Aupcharik Patra औपचारिक पत्र कैसे लिखें?
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Aupcharik Patra औपचारिक पत्र कैसे लिखें?
औपचारिक पत्र हिंदी में एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण टॉपिक में से एक है हम आपको इस लेख में औपचारिक पत्र के बारे में सभी जानकारी देंगे और उद्धरण के तोर पे एक पात्र भी आपको लिख कर दिखाएंगे
औपचारिक पत्र लेखन क्या है?
इंटरनेट की बदौलत संचार और सोशल मीडिया इंटरैक्शन में नाटकीय रूप से बदलाव आया है। इसके बावजूद, हम अभी भी सार्वजनिक और निजी कार्यालयों में अपनी शिकायतों, अनुरोधों और आवेदनों को व्यक्त करने के लिए औपचारिक पत्रों का उपयोग करते हैं। क्योंकि औपचारिक पत्रों का ईमेल आदि की तुलना में बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है।
औपचारिक पत्र हम अपने ऑफिस या सरकारी काम के लिए प्रयोग में लाते हे
औपचारिक पत्रों में, आमतौर पर संदेश के तथ्यों और सामग्री पर अधिक जोर दिया जाता है। आधिकारिक पत्राचार में सरल और विनम्र शब्दों का प्रयोग किया जाता है। कार्य या आपकी चिंताओं को कम से कम शब्दों के साथ पत्र के इस रूप में व्यक्त किया जा सकता है और फिर भी प्रभावी ढंग से व्यक्त किया जा सकता है।
औपचारिक पत्र के प्रकार
औपचारिक पत्र को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित कर सकते हैं:
प्रार्थना पत्र: इस तरह के पत्र का उपयोग अनुपस्थिति की छुट्टी का अनुरोध करने, शिकायत करने या सुधार का अनुरोध करने के लिए किया जाता है। यह पत्र किसी भी सरकारी विभाग के अधिकारी से लेकर स्कूल के प्रधानाचार्य को लिखा जा सकता है।
कार्यालयी पत्र: किसी भी सरकारी अफसर या अधिकारी, साथ ही कॉलेज या स्कूल के प्रधानाचार्यों को कार्यालय पत्रों में संबोधित किया जाता है। कार्यालय पत्र विशिष्ट व्यक्तियों को संबोधित किए जाते हैं, जैसे कि अध्यक्ष, समाचार पत्र के संपादक, विद्युत विभाग के प्रभारी अधिकारी, स्कूल के प्रिंसिपल और परिवहन विभाग।
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व्यवसायिक पत्र: व्यवसायिक पत्र का उद्देश्य पैसे संबंधित लेन-देन के मामले होते हैं। इसमें सामान को खरीदने, बेचने इत्यादि संबंधित जानकारियों के लिए पत्र लिखा जाता है। इन पत्र में दुकानदार, व्यापारी, कंपनी, आदि व्यवसायियों के मालिको या मनेजर को लिखा जाता है।
औपचारिक पत्र लिखते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- औपचारिक पत्र अधिकारी या किसी सरकारी अफसर को लिखा जाता है इसलिए जब हम ऐसे लोगो को भेजने के लिए अपने पत्र को लिखते है तो हमको अपनी भाषा का बोहोत ज्यादा ख्याल रखना चाहिए इसमें अनावश्यक बातों का उल्लेख नहीं करना होता है।
- इस प्रकार के पत्र में निवेदन करते समय उद्देश्य भी शामिल होते हैं। ऐसे में पत्र के आरंभ और अंत बहुत ही प्रभावशाली होना जरूरी है ताकि जिस काम को करवाने के उद्देश्य से पत्र लिखा गया है, उस पे अधिकारी जल्द से जल्द अपना एक्शन ले सके
- पत्र की भाषा बहुत ही सरल होनी चाहिए और स्पष्ट व सुंदर होना चाहिए।
- पूरी बात को अपनी कम से कम शब्दो मे और अच्छी तरह से ख़तम करना होता है
औपचारिक पत्र लेखन का उदाहरण
स्वास्थ्य खराब होने के कारण 5 दिनों के अवकाश लेने के संबंध में विद्यालय के प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र लिखिए?
परीक्षा भवन,
सेवा में,
प्रधानाचार्य,
केंद्र विद्यालय
मोहन गार्डन, नई दिल्ली
दिनांक: 26/08/22
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विषय: अवकाश प्राप्ति हेतु प्रार्थना पत्र।
श्रीमान,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा 12 का छात्र हूं। कल दिनांक 26/8/22 को विद्यालय से वापस आने के बाद मुझे तेज तीव्र ज्वर आ गया। डॉक्टर ने मुझे 5 दिन का विश्राम करने की सलाह दी है। मैं अगले 5 दिनों तक विद्यालय में अनुपस्थित रहूंगा।
अतः महोदय से निवेदन है कि आप मुझे दिनांक 26/8/22 से 1/9/22 तक अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य
अदीप
कक्षा- 12
रोल नंबर-08
दिनांक -26/8/2022