Gussa Ko Kaise Control Kare | गुस्सा को कैसे कंट्रोल करें।
Gussa Ko Kaise Control Kare
Gussa Ko Kaise Control Kare: दरअसल आपको बता दूं कि आजकल की दौड़ती भागती जिंदगी में हर कोई प्रेशर में जीने को मजबूर है. यह हमारे शारीरिक ही नहीं मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत हानिकारक है. इस कारण कई बार हम बहुत चिढ़ चिढ़े हो जाते हैं और छोटी-छोटी बातों पर दूसरों पर गुस्सा करने लगते हैं।
कई बार हम किसी को ऐसी बातें बोल देते हैं जिससे उसका बहुत ज्यादा दिल दुखा हो इससे बचने के लिए हमें गुस्सा पर कंट्रोल करना चाहिए किसी को ऐसी बात नहीं बोलना चाहिए जिससे उसके दिल को ठेस पहुंचे। अगर आप अगर आप अगर आप किसी पर गुस्सा करते हैं तो वह अंदर ही अंदर टूट जाता है।
उसका दिल बहुत दुख दुखी हो जाता है इसीलिए आपको किसी पर गुस्सा नहीं करना चाहिए बल्कि किसी से आप बात करते हैं तो प्यार से बात कीजिए तो उसको दिल को बहुत ही खुशी मिलेगी।
क्रोध या गुस्सा प्राकृतिक और सामान्य मानवीय भावना है जो किसी भी रिश्ते में अपनी मौजूदगी दर्ज करने के लिए किया जाता है। दुर्भाग्य से, हमारा गुस्सा अक्सर उन रिश्तों पर भी बरस पड़ता है जिन्हें हम सबसे ज्यादा प्यार करते हैं, जिसमें कई बार हमारे दोस्त और लाइफ पार्टनर भी शामिल होते हैं।
कई बार हम किसी बात पर इतने ज्यादा जुनूनी हो जाते हैं कि अपना नियंत्रण खो बैठते हैं और गुस्से का शिकार हो जाते हैं। अपने क्रोध या गुस्से को मैनेज करना भी कला है। ये कला सीखकर किसी भी रिश्ते में अंतरंगता और मैच्योरिटी को बढ़ाया जा सकता है।
आपको बता दूं कि और आप किसी को अपनी कड़वी बातों दिल दुखाया है? अगर हां तो आपको रुक कर दो मिनट सोचने की जरूरत है कि इस गुस्से का क्या कारण है।
लेकिन कई बार हम अपने दोस्तों से शिकायत करते हैं या हम गुस्से में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपने दोस्तों को कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं। हालांकि इन चीजों से हमें तत्काल राहत मिल सकती है। लेकिन लंबे वक्त में ये चीजें अपना असर खोती चली जाती हैं। इसीलिए इस आर्टिकल में मैं आपको गुस्से को कंट्रोल करने के 8 आसान उपायों के बारे में बताऊंगा।
1.गुस्से का इजहार करें
अगर आप किसी नीति या किसी के साथ हुई नाइंसाफी पर नाराज हैं, तो इस बारे में जरूर कुछ करें। इस संबंध में विस्कोंसिन यूनिवर्सिटी में रिसर्च की गई है। रिसर्च में स्टूडेंट की ब्रेन वेव पैटर्न का अध्ययन किया गया था। स्टूडेंट को बताया गया कि यूनिवर्सिटी ने ट्यूशन फीस में भारी बढ़ोत्तरी की है।
रिसर्च में पाया गया कि लगभग सभी स्टूडेंट के ब्रेन पैटर्न में पर्याप्त गुस्सा था। लेकिन स्टूडेंट्स ने ट्यूशन फीस में बढ़ोत्तरी के विरोध में साइनिंग पिटीशन कैंपेन चलाया। इस कैंपेन में हिस्सा लेने वाले स्टूडेंट्स के ब्रेन पैटर्न का अध्ययन करने पर पाया गया कि उनमें गुस्से की मात्रा बाकी छात्रों की तुलना में काफी कम थी। क्योंकि कैंपेन में हिस्सा लेकर उनके मन में संतुष्टि का भाव आ चुका था।
2.तीन बार गहरी सांसें लें
जब भी आप नाराज हों, आपके मन में क्रोध किसी लावे की तरह धधक रहा हो, ऐसी स्थिति से निकलने का क्या उपाय है? सेंट लुईस यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर रॉबर्ट निकोलसन ने अपनी स्टडी में पाया है कि गुस्से के चरम पर होने की स्थिति में अगर गहरी सांसें ली जाएं तो गुस्सा कम किया जा सकता है। गुस्से से निपटने के लिए सांसों पर कंट्रोल करना बहुत जरूरी है।
3. गुस्से के पैटर्न को समझें
किसी जासूस की तरह ही स्थिति के बारे में सोचें और समझने की कोशिश करें। सेंट लुईस यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर रॉबर्ट निकोलसन कहते हैं कि हमें उन स्थितियों, लोगों और घटनाओं के बारे में सोचना चाहिए जो हमारे गुस्से को भड़काती हैं। एक बार आप उन कारणों को समझ जाएं तो उनसे दूर रहने की कोशिश करें। अगली बार अगर आपके सामने वही परिस्थिति आएगी तो आपको मानसिक रूप से तैयार होने का कहीं ज्यादा वक्त मिलेगा।
4.क्रोध में आपा ना खोएं
कई बार जब हमें तेज गुस्सा आता है, लगता है आज तो आर-पार हो ही जाए। जब आप अपना आपा खो देते हैं तो आसपास के लोगों के मन में आपकी इमेज बुरे इंसान की बन जाती है। इससे उन्हें वाकई कोई फर्क नहीं पड़ता कि उस वक्त गलती किसकी थी। ये बात साउथ कैलिफोर्निया की साइकोथेरेपिस्ट टीना टेस्सिना ने अपनी किताब ,”It Ends With You: Grow Up and Out of Dysfunction” में लिखी है।
खुद को शांत करने और गुस्से पर कंट्रोल पाने के लिए उस सीन के बारे में सोचें जब आप गुस्से में थे। तब आपने गुस्से में क्या कहा था? जितनी बार भी आप उस सीन के बारे में सोचेंगे आपको खुद अपने बारे में विभिन्न प्रतिक्रियाएं मिलेंगी। अगली बार जब आप वैसी ही स्थिति में होंगे और क्रोध की दहलीज पार करने ही वाले होंगे, उनमें से कोई न कोई घटना आपको याद आएगी और आप बेहतर तरीके से घटना से निपट पाएंगे।
5. टहलने निकल जाएं
जब भी आप क्रोध में हों, मौके से हट जाएं और टहलने के लिए निकल जाएं। यकीन मानिए, सिर्फ 5 मिनट टहलने भर से आपके मन में शांति का वही अहसास आएगा जो योग या मेडिटेशन करने पर आता है। अगर आप देर से ट्रैफिक जाम में फंसे हैं और आपके गुस्से का पारा चढ़ता चला जा रहा है। इससे बचने का सबसे बढ़िया तरीका यही है कि आप रेडियो को बंद करें और ऊंची आवाज में गाना गाएं। ये आपके दिमाग और मन को क्रोध दिलाने वाली स्थिति से दूर ले जाएगा।
6. सीखें आत्मनियंत्रण का हुनर
अगर आपको अचानक ही क्रोध आ जाता है या फिर कुछ दिनों से आप तुनकमिजाज होते जा रहे हैं। लेकिन क्रोध जताने के थोड़ी ही देर बाद शांति और पश्चाताप से आपका मन भर जाता है। इस स्थिति से बचने का एक बेहद आसान तरीका है। अपने दिमाग में एक बड़े बोर्ड पर लिखे stop की कल्पना करें।
7. गुस्से के लक्षणों को पहचानें
आपको जब भी गुस्सा आ रहा हो या आपको लगे कि गुस्सा भड़क सकता है, तो खुद को कंट्रोल करने की कोशिश शुरू कर दें। हमेशा ही गुस्सा आने से पहले कुछ लक्षण शरीर में दिखने लगते हैं। जैसे मुट्ठियों का भींचना, कांपना, पसीना आ जाना, ताप बढ़ जाना, ब्लड प्रेशर बढ़ जाना।
इन लक्षणों में से एक भी दिखते ही तुरंत गहरी सांसें लेना शुरू कर दें।
8. खुद को चुटकी काटे
खुद को शांत कैसे करें? इसका सबसे अच्छा तरीका यही है कि जब भी आप खुद को ‘कभी नहीं’ या ‘हमेशा’ कहते हुए सुनें, सतर्क हो जाएं। या तो सब कुछ या फिर कुछ भी नहीं, ये मानसिकता अक्सर हमारी सहनशीलत को कम कर देती है। ये रवैया अपनाने पर गुस्से को कंट्रोल किया जा सकता है ।