'हमारी सोच...' पठान के भगवा बिकिनी कंट्रोवर्सी पर बोलीं आशा पारेख
बॉलीवुड इंडस्ट्री में आशा पारेख न भूलने वाला नाम है. एक्टिंग के लिए अलावा आशा जी ने इंडस्ट्री में कई ऐसे काम किए हैं
उन्हीं की इन अचीवमेंट को ध्यान में रखते हुए एंटरटेनमेंट जगत के सबसे प्रेस्टिजियस अवॉर्ड दादा साहेब फाल्के
से उन्हें इस साल नवाजा गया है. आशा जी हमसे अपने इस लंबी जर्नी पर दिल खोलकर बातचीत करती हैं
पत्रकार ने सवाल पूछा- सोशल मीडिया पर जिस तरह से बॉलीवुड इंडस्ट्री को लेकर निगेटिविटी फैली है. उसे देखकर दुख होता है?
आशा जी ने कहा- यह बहुत गलत है. फिल्म तो फिल्म है, जिसका मूल मकसद एंटरटेनमेंट है
अब किसी एक्ट्रेस ने ओरेंज पहन लिया या नाम कुछ ऐसा हो गया, तो उसे बैन कर रहे हैं? ये नहीं अच्छा लगता है
फिल्में चल ही नहीं रही हैं, हालात पहले से ही काफी खस्ता हैं और उस पर ये बायकॉट
और बैन वाली चीजें, इससे नुकसान होता है. इंडस्ट्री ही खत्म हो जाएगी
लोग वैसे ही थिएटर पर नहीं जा रहे हैं. अगर फिल्में फ्लॉप होती रहीं, तो दूसरी फिल्म कैसे बनेगी