Asha Parekh का कौन सा सपना रह गया अधूरा? बताया किस बात का है पछतावा
हिंदी सिनेमा की दिग्गज अदाकारा आशा पारेख अपने दौर का बड़ा नाम रही हैं
बॉलीवुड में उनका अहम योगदान रहा है. इन्हीं उपलब्धियों को देखकर हाल ही में
आशा पारेख को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया
आशा पारेख ने सफल करियर देखा मगर फिर भी उनका एक सपना था जो कभी पूरा नहीं हुआ
सके पूरे होने की अब कोई उम्मीद भी नहीं है. क्या है आशा पारेख का वो अधूरा सपना, बताते हैं
जब उनसे पूछा गया कि इतने लंबे सफर के बाद आपको दादा साहेब अवॉर्ड मिला है, इसका कोई पछतावा है?
कोई अफसोस, कोई चीज जो लाइफ में करना चाहती थीं लेकिन कर नहीं पाईं?
जवाब में आशा पारेख ने बताया कि उनकी तमन्ना थी कि वो दिलीप कुमार की हीरोइन बनें
मगर अफसोस ऐसा हो नहीं सका और अब हो भी नहीं सकता