अनेकार्थी शब्द | प्रकार | प्रकारों में अंतर | मुख्य अनेकार्थी शब्द
अनेकार्थी शब्द किसे कहते है?
अनेकार्थी शब्द वे शब्द हैं जिनके एक से अधिक अर्थ होते हैं। ये शब्द विभिन्न संदर्भों में प्रयुक्त होने पर अलग-अलग अर्थ व्यक्त करते हैं।
जैसे:-
- आग – यह शब्द अग्नि, ज्वाला, प्रेम, क्रोध आदि अर्थों में प्रयुक्त होता है।
- पत्थर – इसका अर्थ पृथ्वी का एक खनिज, निर्दयता, अड़ंगा आदि हो सकता है।
- चाल – यह शब्द चलने की गति, बुद्धिमत्ता, व्यवहार आदि अर्थों में प्रयुक्त होता है।
- बाग – इसका अर्थ बगीचा, लगाम, हिस्सा आदि हो सकता है।
- पंख – यह शब्द पक्षी के पंख, हवाई जहाज के पंख या किसी अन्य वस्तु के पंख जैसे भाग के लिए प्रयुक्त किया जाता है।
- सिंह – इसका अर्थ शेर, वीर पुरुष, राशि चिन्ह आदि हो सकता है।
- धारा – यह शब्द नदी की धारा, कानून की धारा, श्रृंखला आदि अर्थों में प्रयुक्त होता है।
- नाव – इसका अर्थ नौका, जहाज, संचालन आदि हो सकता है।
- बंद – यह शब्द बंद करना, बंदी, अवरोध आदि अर्थों में प्रयुक्त होता है।
- पत्ता – इसका अर्थ पेड़ का पत्ता, पता, संकेत आदि हो सकता है।
अनेकार्थी शब्दों के प्रकार:
अनेकार्थी शब्द मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
- एकाक्षरी अनेकार्थी शब्द
- द्विवाक्षरी या बहुवाक्षरी अनेकार्थी शब्द
एकाक्षरी अनेकार्थी शब्द:
एकाक्षरी अनेकार्थी शब्द (Homonyms) वे शब्द होते हैं जिनका केवल एक अक्षर होता है और उनके एक से अधिक अर्थ होते हैं।
जैसे:
क (काल, कर्म, कुल, कंठ आदि)
ग (गति, गुण, गर्भ, गाय आदि)
प (पद, पात्र, पथ, पाप आदि)
द्विवाक्षरी या बहुवाक्षरी अनेकार्थी शब्द:
द्विवाक्षरी या बहुवाक्षरी अनेकार्थी शब्द वे शब्द होते हैं जिनमें दो या दो से अधिक अक्षर होते हैं और उनके एक से अधिक अर्थ होते हैं।
जैसे:
द्विवाक्षरी:
अंग (शरीर का हिस्सा, गुण)
कर (हाथ, कर्म)
धन (धन-संपत्ति, गुण)
बहुवाक्षरी:
अभिनव (नया, नवजात)
आवरण (ढकना, शरीर का आवरण)
उपकरण (साधन, औजार)
इंद्रिय (ज्ञानेंद्रिय, कर्मेंद्रिय)
ओजस्वी (शक्तिशाली, तेजस्वी)
कर्मठ (परिश्रमी, कठोर)
इस प्रकार, एकाक्षरी अनेकार्थी शब्द वे शब्द होते हैं जिनमें केवल एक अक्षर होता है जबकि द्विवाक्षरी और बहुवाक्षरी अनेकार्थी शब्दों में क्रमशः दो और दो से अधिक अक्षर होते हैं। इन सभी प्रकार के शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते हैं।
एकाक्षरी अनेकार्थी शब्द तथा द्विवाक्षरी या बहुवाक्षरी अनेकार्थी शब्द के बीच अंतर:
विवरण | एकाक्षरी अनेकार्थी शब्द | द्विवाक्षरी/बहुवाक्षरी अनेकार्थी शब्द |
---|---|---|
परिभाषा | जिन शब्दों में केवल एक अक्षर होता है और उनके एक से अधिक अर्थ होते हैं। | जिन शब्दों में दो या दो से अधिक अक्षर होते हैं और उनके एक से अधिक अर्थ होते हैं। |
उदाहरण | बल, मन, पद, राग, ग्रह आदि | धारा, चाल, बाग, पंख, नाव आदि |
संख्या | इनकी संख्या कम होती है | इनकी संख्या अधिक होती है |
अर्थ भेद | इनमें अर्थ भेद कम होता है | इनमें अर्थ भेद अधिक होता है |
प्रयोग | ये कम प्रचलित होते हैं | ये अधिक प्रचलित होते हैं |
बोलचाल में प्रयोग | इनका प्रयोग बोलचाल में कम होता है | इनका प्रयोग बोलचाल में अधिक होता है |
संदर्भ ज्ञान | इनके अर्थ समझने के लिए संदर्भ ज्ञान की अधिक आवश्यकता होती है | इनके अर्थ समझने के लिए संदर्भ ज्ञान की कम आवश्यकता होती है |
इस प्रकार, एकाक्षरी और द्विवाक्षरी/बहुवाक्षरी अनेकार्थी शब्दों में कई अंतर होते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य अंतर उपरोक्त टेबल में दर्शाए गए हैं।
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आमतौर पर प्रयोग होने वाले कुछ मुख्य अनेकार्थी शब्द |
1. अंक (संख्या, चिह्न)
2. अंकुर (नवीन पौधा, प्रारंभ)
3. अंग (शरीर का हिस्सा, अवयव)
4. अंगना (आँगन, स्त्री)
5. अंगूर (द्राक्षा, अंगूठा)
6. अंगूठा (उँगली, लकड़ी का टुकड़ा)
7. अंत (समाप्ति, मृत्यु)
8. अंतर (दूरी, भेद)
9. अंतरा (आँतों का हिस्सा, अंदरूनी)
10. अंधा (नेत्रहीन, अज्ञानी)
11. अंधेर (अंधकार, रात्रि)
12. अति (बहुत, अधिक)
13. अद्भुत (आश्चर्यजनक, विचित्र)
14. अनुज (छोटा भाई, सेवक)
15. अनुराग (प्रेम, लगाव)
16. अनोखा (विचित्र, असाधारण)
17. अपना (स्वयं का, निजी)
18. अपराध (गुनाह, अपराध)
19. अपवाद (छूट, असामान्य घटना)
20. अपेक्षा (इच्छा, उम्मीद)
21. अभिनव (नया, नवीन)
22. अभियान (युद्ध अभियान, आंदोलन)
23. अर्थ (मतलब, धन)
24. अलंकार (गहना, शृंगार)
25. अल्प (थोड़ा, कम)
26. अवकाश (छुट्टी, मौका)
27. अवगुण (दोष, बुराई)
28. अवतार (अवतरण, मूर्ति)
29. अवसर (मौका, अवकाश)
30. अवश्य (ज़रूर, निश्चित रूप से)
31. आँख (नेत्र, द्रष्टा)
32. आँच (लपट, गर्मी)
33. आकर्षण (खिंचाव, लुभावना)
34. आक्रमण (हमला, आघात)
35. आगे (सामने, आगामी)
36. आतंक (भय, दहशत)
37. आदत (रिवाज, अभ्यास)
38. आदर (सम्मान, इज्जत)
39. आदेश (हुक्म, निर्देश)
40. आना (पहुंचना, आगमन)
41. आपत्ति (विरोध, एतराज)
42. आपदा (विपत्ति, आफत)
43. आपूर्ति (पूर्ति, आवक)
44. आबाद (बसा हुआ, समृद्ध)
45. आबादी (जनसंख्या, बस्ती)
46. आभा (प्रकाश, चमक)
47. आभूषण (गहना, आभूषण)
48. आमंत्रण (निमंत्रण, बुलावा)
49. आरंभ (शुरुआत, प्रारंभ)
50. आरोप (इल्ज़ाम, दोषारोपण)
51. इंगित (संकेत, इशारा)
52. इकाई (एकक, यूनिट)
53. इज्जत (सम्मान, आदर)
54. इतना (इतना, यह सीमा तक)
55. इन्द्रिय (ज्ञानेन्द्रिय, कर्मेन्द्रिय)
56. इरादा (इच्छा, मनोरथ)
57. ईख (स्वार्थ, लालच)
58. उंगली (अंगुली, उँगली)
59. उच्च (ऊँचा, महान्)
60. उज्ज्वल (चमकदार, तेजस्वी)
61. उत्कर्ष (उच्चता, श्रेष्ठता)
62. उत्साह (उमंग, जोश)
63. उद्देश्य (लक्ष्य, प्रयोजन)
64. उपकरण (साधन, औज़ार)
65. उपचार (इलाज, उपाय)
66. उपदेश (सिखावन, नसीहत)
67. उपन्यास (कहानी, लेख)
68. उपहार (भेंट, तोहफा)
69. उपाय (तरीका, साधन)
70. उपेक्षा (अनदेखी, तुच्छता)
71. उभरना (बाहर आना, उठना)
72. उरा (डिब्बा, पेटी)
73. उल्का (तारा, ग्रह)
74. उल्लंघन (उल्लंघन करना, अतिक्रमण)
75. उवाच (कहा, बोला)
76. ऊर्जा (शक्ति, ताकत)
77. ऋण (कर्ज़, ऋणग्रस्तता)
78. ऋतु (मौसम, ऋतु)
79. एकत्र (इकट्ठा, एकसाथ)
80. एकांत (अकेलापन, तनहाई)
81. ओझल (बेकार, व्यर्थ)
82. औचित्य (उचित, उपयुक्त)
83. औषधि (दवा, वनस्पति)
84. कंकड़ (पत्थर, बजरी)
85. कंजूस (कृपण, लोभी)
86. कणा (छोटा टुकड़ा, कण)
87. कथा (कहानी, वार्ता)
88. कपट (छल, धोखा)
89. कपड़ा (वस्त्र, कपास)
90. कपाल (खोपड़ी, माथा)
91. कमज़ोर (दुर्बल, निर्बल)
92. कमा (आय, अर्जित करना)
93. करुणा (दया, कोमलता)
94. कर्तव्य (फ़र्ज़, उत्तरदायित्व)
95. कर्म (क्रिया, आचरण)
96. कलंक (दाग, बदनामी)
97. कला (खूबसूरती, कौशल)
98. कालख (धुआं, काली खाक)
99. काली (कृष्णवर्णा, रात्रि)
100. काष्ठ (लकड़ी, दाना)
ये सभी शब्द एक से अधिक अर्थों में प्रयुक्त होते हैं। उनके विभिन्न अर्थ उपरोक्त व्याख्याओं में दिए गए हैं।
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