प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष भाषण | (direct and indirect speech)

प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष भाषण के परिभाषा:

1. प्रत्यक्ष भाषण (Direct Speech):

प्रत्यक्ष भाषण में वक्ता स्वयं बोलता है और अपने शब्दों का प्रयोग करता है।
उदाहरण: “मैं आज बाज़ार जा रहा हूं।”

2. अप्रत्यक्ष भाषण (Indirect Speech):

अप्रत्यक्ष भाषण में वक्ता किसी अन्य व्यक्ति के शब्दों का उल्लेख करता है।
उदाहरण: “उसने कहा कि वह आज बाज़ार जा रहा है।”

प्रत्यक्ष भाषण में वक्ता अपने शब्दों का प्रयोग करता है, जबकि अप्रत्यक्ष भाषण में वक्ता किसी अन्य व्यक्ति के शब्दों का उल्लेख करता है। अप्रत्यक्ष भाषण में अक्सर “कहना”, “बताना”, “सलाह देना” जैसे क्रियाविशेषण का प्रयोग किया जाता है।

उदाहरण:
प्रत्यक्ष भाषण: “मैं कल घूमने जा रहा हूं।”
अप्रत्यक्ष भाषण: उसने कहा कि वह कल घूमने जा रहा है।

इसके अलावा, अप्रत्यक्ष भाषण में वाक्य संरचना और सर्वनाम शब्दों में भी बदलाव होता है।

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प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष के बीच अंतर:

प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष भाषण के बीच अंतर को एक टेबल के रूप में निम्नानुसार प्रस्तुत किया जा सकता है:

मापदंड प्रत्यक्ष भाषण (Direct Speech) अप्रत्यक्ष भाषण (Indirect Speech)
परिभाषा वक्ता द्वारा स्वयं बोली गई बातें। वक्ता द्वारा किसी अन्य व्यक्ति की बातों का उल्लेख।
वक्ता वक्ता स्वयं बोलता है। वक्ता किसी अन्य व्यक्ति की बातों को बताता है।
शब्द वक्ता अपने शब्दों का प्रयोग करता है। वक्ता किसी अन्य व्यक्ति के शब्दों का उल्लेख करता है।
वाक्य संरचना वाक्य संरचना प्रत्यक्ष होती है। वाक्य संरचना में बदलाव होता है।
सर्वनाम शब्द सर्वनाम शब्द प्रत्यक्ष होते हैं (मैं, तू, हम आदि)। सर्वनाम शब्दों में बदलाव होता है (वह, उसने, उनका आदि)।
उदाहरण “मैं कल घूमने जा रहा हूं।” उसने कहा कि वह कल घूमने जा रहा है।

इस प्रकार, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष भाषण के बीच मुख्य अंतर वक्ता, शब्द प्रयोग, वाक्य संरचना और सर्वनाम शब्दों में होता है।

प्रत्यक्ष भाषण को अप्रत्यक्ष भाषण में परिवर्तित करने के नियम:

प्रत्यक्ष भाषण को अप्रत्यक्ष भाषण में परिवर्तित करने के लिए निम्नलिखित नियमों का पालन किया जाता है:

1. वक्ता की भूमिका में बदलाव:

  •  प्रत्यक्ष भाषण में वक्ता स्वयं बोलता है, जबकि अप्रत्यक्ष भाषण में वक्ता किसी अन्य व्यक्ति की बातों का उल्लेख करता है।
  •  उदाहरण: “मैं कल घूमने जा रहा हूं।” को “उसने कहा कि वह कल घूमने जा रहा है।” में बदला जा सकता है।

2. सर्वनाम शब्दों में बदलाव:

  •  प्रत्यक्ष भाषण में “मैं”, “तू”, “हम” जैसे सर्वनाम का प्रयोग होता है, जबकि अप्रत्यक्ष भाषण में “वह”, “उसने”, “उनका” जैसे सर्वनाम का प्रयोग होता है।
  • उदाहरण: “मैं कल घूमने जा रहा हूं।” को “उसने कहा कि वह कल घूमने जा रहा है।” में बदला जा सकता है।

3. वाक्य संरचना में बदलाव:

  • प्रत्यक्ष भाषण में वाक्य संरचना प्रत्यक्ष होती है, जबकि अप्रत्यक्ष भाषण में वाक्य संरचना में बदलाव होता है।
  •  उदाहरण: “मैं कल घूमने जा रहा हूं।” को “उसने कहा कि वह कल घूमने जा रहा है।” में बदला जा सकता है।

4. क्रियाविशेषण का प्रयोग:

  • अप्रत्यक्ष भाषण में अक्सर “कहना”, “बताना”, “सलाह देना” जैसे क्रियाविशेषण का प्रयोग किया जाता है।
  •  उदाहरण: “मैं कल घूमने जा रहा हूं।” को “उसने कहा कि वह कल घूमने जा रहा है।” में बदला जा सकता है।

इन नियमों का पालन करके प्रत्यक्ष भाषण को अप्रत्यक्ष भाषण में परिवर्तित किया जा सकता है।

अप्रत्यक्ष भाषण में बदलना:

प्रत्यक्ष भाषण को अप्रत्यक्ष भाषण में बदलने के लिए कुछ सामान्य नियम है और कुछ विशेष नियम। सामान्य नियम उन नियमों को कहते है, जो प्रत्येक प्रकार के वाक्य लागु होते है, वहीँ खास नियम विभिन्न्न प्रकार के वाक्यों के लिए भिन्न भिन्न होते है। सामान्य नियम को 3 भागों में बांटते है-

1. व्यक्ति का परिवर्तन
2. काल का परिवर्तन
3. भाषण के अन्य भागों का परिवर्तन

1. व्यक्ति का परिवर्तन

प्रत्यक्ष भाषण अप्रत्यक्ष भाषण में बदलाव के लिए रिपोर्ट किया गया भाषण में संयुक्त उच्चारण को इस प्रकार परिवर्तित किया जाता है-

1. व्यक्ति का परिवर्तन

प्रत्यक्ष भाषण अप्रत्यक्ष भाषण में बदलाव के लिए रिपोर्ट किया गया भाषण में संयुक्त उच्चारण को इस प्रकार परिवर्तित किया जाता है-

1. प्रथम व्यक्ति रिपोर्टिंग क्रिया के अनुसार
2. रिपोर्टिंग क्रिया के उद्देश्य के अनुसार दूसरा व्यक्ति
3. तीसरे व्यक्ति में कोई परिवर्तन नहीं

प्रत्यक्ष भाषण को अप्रत्यक्ष भाषण में बदलें:

प्रत्यक्ष भाषण को अप्रत्यक्ष भाषण में बदलने के उदाहरण:

प्रत्यक्ष भाषण अप्रत्यक्ष भाषण
“मैं कल बाज़ार जा रहा हूं।” उसने कहा कि वह कल बाज़ार जा रहा है।
“तुम कब घर आओगे?” उसने पूछा कि वह कब घर आएगा।
“हम सुबह पार्क में चलेंगे।” उन्होंने कहा कि वे सुबह पार्क में चलेंगे।
“यह किताब मेरी है।” उसने कहा कि यह किताब उसकी है।
“क्या तुम मेरी सहायता करोगे?” उसने पूछा कि क्या वह उसकी सहायता करेगा।
“मुझे इस काम को करना है।” उसने कहा कि उसे यह काम करना है।
“आप कल शाम को आएंगे?” उसने पूछा कि क्या वे कल शाम को आएंगे।
“मुझे इस समस्या का समाधान करना है।” उसने कहा कि उसे इस समस्या का समाधान करना है।

इस प्रकार, प्रत्यक्ष भाषण में प्रयुक्त वक्ता, सर्वनाम शब्द और वाक्य संरचना को अप्रत्यक्ष भाषण में परिवर्तित किया गया है।

ध्यान दीजिये, मैं प्रत्यक्ष भाषण को अप्रत्यक्ष भाषण में परिवर्तित करने की प्रक्रिया को विस्तार से समझाता हूं:

  1. वक्ता की भूमिका में बदलाव:
    • प्रत्यक्ष भाषण में वक्ता स्वयं बोलता है, जैसे “मैं कल बाज़ार जा रहा हूं।”
    • अप्रत्यक्ष भाषण में वक्ता किसी अन्य व्यक्ति की बातों का उल्लेख करता है, जैसे “उसने कहा कि वह कल बाज़ार जा रहा है।”
  2. सर्वनाम शब्दों में बदलाव:
    • प्रत्यक्ष भाषण में “मैं”, “तुम”, “हम” जैसे सर्वनाम शब्दों का प्रयोग होता है।
    • अप्रत्यक्ष भाषण में “वह”, “उसने”, “वे” जैसे सर्वनाम शब्दों का प्रयोग होता है।
    • उदाहरण: “मैं कल बाज़ार जा रहा हूं।” को “उसने कहा कि वह कल बाज़ार जा रहा है।” में बदला गया।
  3. वाक्य संरचना में बदलाव:
    • प्रत्यक्ष भाषण में वाक्य संरचना प्रत्यक्ष रूप से होती है।
    • अप्रत्यक्ष भाषण में वाक्य संरचना में बदलाव होता है, जैसे “उसने कहा कि वह कल बाज़ार जा रहा है।”
  4. क्रियाविशेषण का प्रयोग:
    • अप्रत्यक्ष भाषण में अक्सर “कहना”, “बताना”, “पूछना” जैसे क्रियाविशेषणों का प्रयोग होता है।
    • उदाहरण: “मैं कल बाज़ार जा रहा हूं।” को “उसने कहा कि वह कल बाज़ार जा रहा है।” में बदला गया।

इन चार नियमों का पालन करके प्रत्यक्ष भाषण को अप्रत्यक्ष भाषण में परिवर्तित किया जा सकता है। ये नियम वक्ता, सर्वनाम शब्द, वाक्य संरचना और क्रियाविशेषण के बदलाव पर आधारित हैं।

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