मुहावरे और लोकोक्तियाँ | अंतर स्पष्ट | महत्वपूर्ण मुहावरे
मुहावरा क्या होता है?
मुहावरा एक ऐसी भाषाई अभिव्यक्ति होती है जिसका अर्थ सीधे उसके शब्दों से नहीं लिया जा सकता। यह एक प्रकार का लोकोक्ति होता है जो किसी विशेष अर्थ को प्रकट करने के लिए प्रयोग किया जाता है। मुहावरे अक्सर विशिष्ट सांस्कृतिक या स्थानीय प्रथाओं, अनुभवों, या इतिहास से उपजे होते हैं और इसलिए, उनका अर्थ उनके शाब्दिक अर्थ से भिन्न होता है।
जैसे:-
- “आँखों में धूल झोंकना” (यह मुहावरा का अर्थ है किसी को धोखा देना या भ्रमित करना। शाब्दिक रूप से इसका मतलब है किसी की आंखों में धूल डालना, परंतु वास्तविक अर्थ में यह धोखाधड़ी का प्रतीक है।)
- “दाल में कुछ काला होना” (इसका अर्थ है कि किसी चीज़ में कुछ संदेहजनक या गलत है। यहाँ ‘दाल’ और ‘काला’ शब्द किसी वास्तविक खाने का जिक्र नहीं करते, बल्कि यह इस बात का प्रतीक है कि किसी परिस्थिति या स्थिति में कुछ गड़बड़ है।)
- “घर की मुर्गी दाल बराबर” (इस मुहावरे का अर्थ है कि अक्सर लोग अपनी चीज़ों की कद्र नहीं करते, और वही चीज़ जब बाहर से आती है तो उसे अधिक महत्व देते हैं। यहां पर ‘मुर्गी’ और ‘दाल’ दोनों का इस्तेमाल वस्तुओं के महत्व को बताने के लिए किया गया है, जहां अपने पास की चीज़ों को कम आंका जाता है।)
मुहावरे और लोकोक्तियों में अंतर यहां है:
मुहावरे | लोकोक्तियां |
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मुहावरे एक विशिष्ट अर्थ वाले शब्दों के समूह होते हैं जिनका अर्थ शाब्दिक अर्थ से भिन्न होता है। | लोकोक्तियां सामान्य जनता द्वारा प्रयुक्त होने वाले सुविचार या नीतिवचन होते हैं। |
उदाहरण: आँख का आना, नाक रगड़ना, आग बबूला होना | उदाहरण: अकल बुद्धि से बढ़कर है, जिसकी लाठी उसकी भैंस |
मुहावरे अक्सर प्रतीकात्मक होते हैं और उनका अर्थ उनके शब्दार्थ से अलग होता है। | लोकोक्तियों का शाब्दिक अर्थ ही उनका वास्तविक अर्थ होता है। |
मुहावरे भाषा को रोचक और प्रभावशाली बनाते हैं। | लोकोक्तियाँ जीवन के अनुभवों से प्राप्त ज्ञान को व्यक्त करती हैं। |
मुहावरों का उपयोग अधिकतर साहित्य और गद्य में किया जाता है। | लोकोक्तियों का उपयोग सामान्य बोलचाल में किया जाता है। |
इस प्रकार, मुहावरे और लोकोक्तियां दोनों ही भाषा में विविधता और रोचकता लाते हैं, लेकिन उनका स्वरूप और उपयोग अलग-अलग होता है।
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गवर्नमेंट परीक्षा में अक्सर पूछे जाने वाले मुहावरे |
- आँख का आना – बहुत प्यारा/सुंदर लगना वाक्य प्रयोग – उसकी नन्ही बेटी आँख का आना है।
- आँखें खुलना – समझ में आना, सत्य का पता लगना
वाक्य प्रयोग – उसकी आँखें खुलने के बाद उसने अपने दोस्तों को धोखा देना बंद कर दिया। - आग बबूला होना – बहुत गुस्सा होना वाक्य प्रयोग – जब टीचर ने उसकी गलती पर डांटा तो वह आग बबूला हो गया।
- आसमान सिर पर उठाना – बहुत अहंकार करना वाक्य प्रयोग – उसकी सफलता के बाद वह आसमान सिर पर उठाने लगा।
- उंगलियां नोचना – बहुत मेहनत करनी पड़नी वाक्य प्रयोग – इस परियोजना को पूरा करने के लिए मुझे उंगलियां नोचनी पड़ी।
- कान खड़े होना – बहुत ध्यान से सुनना
वाक्य प्रयोग – मैं तब से कान खड़े कर के बैठा हूं जब से उन्होंने मुझसे बात करना शुरू की। - खून पसीना एक करना – बहुत कठिन परिश्रम करना वाक्य प्रयोग – उस स्पर्धा में जीतने के लिए खिलाड़ियों को खून पसीना एक कर देना पड़ा।
- गरीब की न्याय – कोई न्याय न मिलना वाक्य प्रयोग – उसके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए और उसे गरीब की न्याय मिला।
- छाती थाली करना – शान से चलना
वाक्य प्रयोग – वह अपना सिर ऊंचा किए छाती थाली करके चलता है। - जबान कसना – कड़वी बात कहना वाक्य प्रयोग – मैंने उससे गलती करने पर जबान कस दी।
- जी चुराना – मन मोहना, प्रभावित करना वाक्य प्रयोग – उसके गाने ने सभी का जी चुरा लिया।
- जी भरना – संतुष्ट होना वाक्य प्रयोग – दोस्तों के साथ मस्ती करके मेरा जी भर गया।
- जी लगाना – एकाग्र होकर लग जाना वाक्य प्रयोग – वह अपनी पढ़ाई में पूरा जी लगाकर लग गया।
- जीभ काटना – चुप्पी साधना वाक्य प्रयोग – क्या बोलते? जीभ काट लो!
- टांग अड़ाना – विरोध करना वाक्य प्रयोग – बिना वजह वह हर बात पर टांग अड़ा देता है।
- टांग फैलाना – अपना प्रभाव बढ़ाना वाक्य प्रयोग – उस कंपनी ने नए क्षेत्रों में टांग फैलाई।
- ठेंगा दिखाना – मजाक बनाना वाक्य प्रयोग – क्लास में बच्चे सर का ठेंगा दिखा रहे थे।
- डाल में कुछ काला है – किसी बात में कुछ गड़बड़ है वाक्य प्रयोग – इस सौदे में डाल में कहीं कालापन तो नहीं है?
- डांट पीटना – कड़ाई से डांटना-फटकारना वाक्य प्रयोग – उसकी गलती पर मास्टरजी ने उसे खूब डांट पीटी।
- तिनका मिंका करना – छिद्रान्वेषण करना
वाक्य प्रयोग – वह हमेशा दूसरों की तिनका मिंका करता रहता है।
- हाथ मलना – जोर लगाना, मेहनत करना वाक्य प्रयोग – अपने सपनों को पूरा करने के लिए उसे हाथ मलने पड़ेंगे।
- हाथ रगड़ना – बहुत खुश होना
वाक्य प्रयोग – बड़ी रकम कमाकर वह हाथ रगड़ रहा था। - हिम्मत हारना – निराश होना वाक्य प्रयोग – लगातार विफलताओं से उसने हिम्मत हार दी।
- धॉवा देना – धोखा देना वाक्य प्रयोग – साथी ने उसे धॉवा देकर छोड़ दिया।
- आदमखोर – लालची व्यक्ति वाक्य प्रयोग – वह इतना आदमखोर है कि किसी की मदद नहीं करता।
- बेखौफ होना – निडर होना वाक्य प्रयोग – खतरे के बावजूद वह बेखौफ था।
- दिमागी कसरत करना – बहुत सोचना वाक्य प्रयोग – इस समस्या को सुलझाने के लिए मुझे दिमागी कसरत करनी पड़ी।
- समय बरबाद करना – बेकार में समय गंवाना
वाक्य प्रयोग – आलसी लोग अपना समय बरबाद करते हैं। - मिट्टी पलीद करना – बहुत शर्मिंदा होना वाक्य प्रयोग – अपनी गलती का एहसास होने पर उसका मुंह की मिट्टी पलीद हो गई।
- गरमागरम बातें करना – झगड़ना वाक्य प्रयोग – दोनों पक्ष गरमागरम बातें कर रहे थे।
- चिल्लर में जाना – परेशान होना वाक्य प्रयोग – उसकी शिकायतों से मैं चिल्लर में आ गया।
- मुंह ठंडा करना – शांत करना वाक्य प्रयोग – माँ ने रोते बच्चे का मुंह ठंडा किया।
- भूंखे पेट सोना – भूखा रहना
वाक्य प्रयोग – गरीब लोग भूंखे पेट ही सो जाते हैं। - आग भड़कना – बहुत गुस्सा होना वाक्य प्रयोग – उसकी गलती पर सर की आग भड़क गई।
- आंसू बहाना – बहुत दुखी होना वाक्य प्रयोग – बच्चे के जाने पर माँ आंसू बहा रही थी।
- खरी-खोटी सुनना – डांटना-फटकारना वाक्य प्रयोग – गलती करने पर उसे बहुत खरी-खोटी सुननी पड़ी।
- चांद सिर से उतार लेना – बहुत मुश्किल काम करना वाक्य प्रयोग – उस शिखर पर चढ़ना चांद सिर से उतार लेने जैसा है।
- परदे में रहना – गुप्त रहना वाक्य प्रयोग – उसके रिश्ते की बात अब भी परदे में है।
- चौपाल लगना – इकट्ठा होना
वाक्य प्रयोग – गाँव में लोग शाम को चौपाल लगाते हैं। - खिलौना बनाना – मजाक बनाना वाक्य प्रयोग – वह हमेशा दूसरों का खिलौना बनाता रहता है।
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