भाषा की परिभाषा | प्रकार | भाषाओं में अंतर | भारत की भाषा | अन्य भाषा |
भाषा किसे कहते है ?
भाषा मानव समूहों के बीच संप्रेषण का एक प्रमुख माध्यम है। यह शब्दों, वाक्यों और नियमों का एक संगठित निकाय है जिसका उपयोग विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए किया जाता है।
जैसे:
1) हिंदी एक भाषा है जिसका बोलचाल में उपयोग उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में किया जाता है।
2) अंग्रेजी एक अंतरराष्ट्रीय भाषा है जिसका व्यापक रूप से संचार के लिए उपयोग किया जाता है।
3) फ्रेंच फ्रांस और कई अन्य देशों की राजकीय भाषा है।
भाषाओं को मुख्य रूप से तीन प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
1) मौखिक भाषाएं:
जिन्हें बोलने और सुनने के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे हिंदी, अंग्रेजी, फ्रेंच आदि।
2) लिखित भाषाएं:
जिनमें लिखित रूप में संवाद किया जाता है, जैसे लिपि प्रणाली, ब्रेल आदि।
3) संकेत भाषाएं:
जिनमें इशारों और संकेतों का उपयोग किया जाता है, जैसे सांकेतिक भाषा आदि।
इस प्रकार, भाषा मानव संप्रेषण का एक महत्वपूर्ण तत्व है और विभिन्न रूपों और उपयोगों में मौजूद है।
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भारत में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाएं इस प्रकार हैं:
क्रमांक | भाषा | बोलने वालों की संख्या (लगभग) |
---|---|---|
1 | हिंदी | 52 करोड़ |
2 | बंगाली | 9.7 करोड़ |
3 | तेलुगु | 8.2 करोड़ |
4 | मराठी | 8.3 करोड़ |
5 | तमिल | 7.5 करोड़ |
6 | उर्दू | 5.1 करोड़ |
7 | गुजराती | 5.5 करोड़ |
8 | कन्नड़ | 5.2 करोड़ |
9 | मलयालम | 3.4 करोड़ |
10 | अंग्रेजी | 2.6 करोड़ (दूसरी भाषा के रूप में) |
11 | पंजाबी | 3.3 करोड़ |
12 | आसामी | 1.5 करोड़ |
13 | ओडिया | 3.7 करोड़ |
14 | संस्कृत | 24,821 (मातृभाषा के रूप में) |
इसके अलावा, भारत में कई अन्य क्षेत्रीय भाषाएं और बोलियां भी बोली जाती हैं जिनकी संख्या लगभग 19,500 है। यह देश भाषाई विविधता से भरपूर है।
राज्य भाषा, राष्ट्र भाषा और राजभाषा में अंतर इस प्रकार है:
विवरण | राज्य भाषा | राष्ट्र भाषा | राजभाषा |
---|---|---|---|
परिभाषा | किसी विशेष राज्य में बोली जाने वाली मुख्य भाषा | किसी देश में बोली जाने वाली मुख्य भाषा | सरकारी कामकाज में प्रयोग की जाने वाली आधिकारिक भाषा |
उदाहरण | महाराष्ट्र में मराठी, तमिलनाडु में तमिल | भारत में हिंदी (संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत), पाकिस्तान में उर्दू | भारत में हिंदी और अंग्रेजी (संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत) |
अधिकार क्षेत्र | केवल उस राज्य में | पूरे देश में | सरकारी नोटिंग, दस्तावेज़, संसद में इस्तेमाल की जाती है |
निर्धारण | राज्य विधानसभा द्वारा | संविधान द्वारा | संविधान द्वारा |
उद्देश्य | राज्य की पहचान और एकता बनाए रखना | देश की एकता और पहचान स्थापित करना | सरकारी कामकाज को सुविधाजनक बनाना |
इस प्रकार, राज्य भाषा, राष्ट्र भाषा और राजभाषा सभी भिन्न अधिकार क्षेत्र, उद्देश्य और निर्धारण प्रक्रियाओं से संबंधित हैं।
भारत के विभिन्न राज्यों में बोली जाने वाली प्रमुख राज्य भाषाएं इस प्रकार हैं:
राज्य | राज्य भाषा |
---|---|
आंध्र प्रदेश | तेलुगु |
अरुणाचल प्रदेश | इंग्लिश |
असम | असमिया |
बिहार | हिंदी |
छत्तीसगढ़ | हिंदी |
गोवा | कोंकणी |
गुजरात | गुजराती |
हरियाणा | हिंदी |
हिमाचल प्रदेश | हिंदी |
झारखंड | हिंदी |
कर्नाटक | कन्नड |
केरल | मलयालम |
मध्य प्रदेश | हिंदी |
महाराष्ट्र | मराठी |
मणिपुर | मैतेई |
मेघालय | खासी |
मिजोरम | मिजो |
नागालैंड | अंग्रेजी |
ओडिशा | ओडिया |
पंजाब | पंजाबी |
राजस्थान | हिंदी |
सिक्किम | नेपाली, लेपचा, भुटिया |
तमिलनाडु | तमिल |
तेलंगाना | तेलुगु |
त्रिपुरा | बंगाली, कोकबोरोक |
उत्तर प्रदेश | हिंदी |
उत्तराखंड | हिंदी |
पश्चिम बंगाल | बंगाली |
इस प्रकार, प्रत्येक राज्य की अपनी विशिष्ट राज्य भाषा है, जिसका उपयोग शिक्षा, प्रशासन और सांस्कृतिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
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