डोमेन( नाम क्या है ? | Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai
Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai: दरअसल आपको बता दूं कि डोमेन नाम वेबसाइट के नाम को कहते है, जैसे कि Mrgyani.com, allgk.in, Amazon.com इत्यादि। डोमेन नाम को परिभाषित करे तो यह वेबसाइट में विजिट करने का पता होता है जिसे हम अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन के वेब ब्राउज़र में यूआरएल या सर्च बॉक्स में टाइप कर उस वेबसाइट तक पहुंच सकते है।
इंटरनेट से जुड़े सभी कंप्यूटर की एक पहचान संख्या होती है जिसे IP एड्रेस या इंटरनेट प्रोटोकॉल कहा जाता है। जो अव्यवस्थित नंबर्स 192.158. 1.38 जैसे होते है। जिन्हे याद रखना आसान नहीं होता। कुछ साल पहले तक वेबसाइट के अंदर जाने के लिए आईपी एड्स का इस्तेमाल किया जाता था।
लेकिन हर वेबसाइट की आईपी ऐड्रेस को याद रख पाना मुश्किल था। इसलिए डोमेन नाम को लोगो की सहूलियत के लिए बनाया गया ताकि आसानी से उस वेबसाइट पते पर पहुंचा जा सके।
डोमेन नाम और होस्टिंग के मदद से किसी भी वेबसाइट को तैयार किया जाता है, इसमें दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। डोमेन नाम वेबसाइट के आईपी एड्रेस से जुड़ा रहता है, इसलिए किसी भी वेबसाइट को खोलने के लिए DNS द्वारा डोमेन नाम और आईपी ऐड्रेस का इस्तेमाल किया जाता हैं, डोमेन नेम और आईपी ऐड्रेस के कार्य एक समान हैं।
Domain Name का इतिहास | Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai
आज से कुछ सालों पहले तक जब डोमेन नेम नहीं हुआ करता था तब लोग आईपी एड्रेस के माध्यम से वेबसाइट पर जाया करते थे लेकिन जैसे-जैसे वेबसाइट की संख्या बढ़ती गई, लोगों को हर वेबसाइट की आईपी ऐड्रेस याद करने में मुश्किल होने लगी इसलिए डोमेन नेम सिस्टम को बनाया गया।
1983 में Paul Mockapetris नाम के वैज्ञानिक ने डोमेन नेम सिस्टम का निर्माण किया, DNS के आने के बाद उपयोगकर्ताओं को वेबसाइट एक्सेस करने में बहुत आसानी होने लगी, जहां वो पहले लंबे-लंबे आईपी ऐड्रेस को याद करके वेबसाइट पर जाया करते थे, अब केवल एक नाम लिखकर सीधा वेबसाइट के अंदर चला जाया करते हैं।
डोमेन नेम सिस्टम बनने के बाद इंटरनेट को एक नई ताकत मिली जिसके कारण उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ने लगी और इंटरनेट का जोरों शोरों से उपयोग होने लगा, आज पूरी दुनिया में 366 million से भी ज्यादा डोमेन नेम खरीदें जा चुके हैं।
डोमेन नाम कैसे काम करते हैं। Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai
DNS जिसका पूरा नाम Domain Name System है। DNS में सभी डोमेन की जानकारी होती है। यह लोगो द्वारा पढ़ने लायक डोमेन को मशीन भाषा / IP एड्रेस में अनुवाद कर सर्वर तक रिक्वेस्ट पहुंचने का कार्य करता है।
तो जब भी हम वेब ब्राउज़र के यूआरएल सर्च बॉक्स में डोमेन टाइप करके एंटर करते है तो इसका रिक्वेस्ट सबसे पहले DNS सर्वर में जाता है, जंहा इसे आगे name servers तक पहुंचाया जाता है। उसके बाद सर्वर में स्टोर्ड वेबसाइट लोकेशन तक पहुँचता है। जिसके परिणाम स्वरुप वेबसाइट हमरे ब्राउज़र में खुल जाता है।
डोमेन नाम के प्रकार | Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai
इंटरने में ब्राउज़िंग करते वक्त आपने अक्सर अलग अलग तरह के वेबसाइट में विजिट किया होगा। और ध्यान दिया होगा की अलग अलग वेबसाइट के नाम के अंत में डॉट कॉम के जगह में। डॉट इन , डॉट gov आदि होते है। डोमेन के अंत में डॉट के बाद लगने वाले नाम को डोमेन एक्सटेंशन कहते है।
- Generic Top Level Domain (gTLD)
जेनेरिक टॉप लेवल डोमेन इसमें डोमेन एक्सटेंशन तीन या तीन से अधिक अक्षरों का होता है। TLD को डोमेन प्रकारो में सबसे ऊँचे दर्जे का माना जाता है और इसका सबसे ज्यादा प्रयोग होता है। gTLD नाम 100 से भी ज्यादा है , जिनमे सबसे प्रमुख है डॉट कॉम , डॉट नेट और डॉट ऑर्ग। gTLD के भी दो प्रकार होते है। sTLD और uTLD .
Sponsored Top Level Domain – sTLD
इसे किसी निश्चित समुदाय या संस्था को दर्शाने के लिए बनाया गया है। जो यह दर्शाती है की यह समुदाय किस तरह का है। जैसे डॉट gov को सरकारी संस्थाओ के वेबसाइट में इस्तेमाल किया जाता है। और डॉट edu को शैक्षणिक संस्थाओ में उपयोग क्या जाता है।
Unsponsored TopLevel Domains (uTLD)
uTLD इस शब्द का इस्तेमाल काम ही किया जाता है क्योकि लोग इसे प्रचिलित भाषा में टॉप लेवल डोमेन भी कहते है। uTLD में वे सभी डोमेन आते है जो स्पोंसरेड़ नहीं है और इसमें डॉट कॉम , डॉट नेट और डॉट ऑर्ग जैसे ऊँचे लेवल के नाम भी शामिल है।
- Country Code Top Level Domain – ccTLD
डोमन नाम के अंत के कसी कंट्री का कोड हो तो वह ccTLD कहकता है। जिसे डॉट इन , डॉट uk , डॉट pk आदि। इसका इस्तेमाल उन वेबसाइट में होता है जिनका कंटेंट केवल उसी देश के ऑडियंस को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है।
Sub Domain क्या हैं। Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai
Domain Name से ही सब डोमेन नेम बनाया जाता है। एक ही डोमेन नेम का इस्तेमाल करके कई सारे वेबसाइट बनाना सब डोमेन कहलाता हैं। जैसे कि Google.com एक वेबसाइट है और drive.google.com उसका सब डोमेन नेम हैं। एक डोमेन नेम खरीद कर आप कई सारे भिन्न-भिन्न सब डोमेन बना सकते हैं।जैसे
- video.google.com
- groups.google.com
- docs.google.com
- translate.google.com
- images.google.com
- mail.google.com
- news.google.com
- Drive.google.com
- Analitics.google.com
Domain Name और URL में अंतर | Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai
वेबसाइट के नाम को डोमेन कहते है जबकि URL उस वेबसाइट के वेब पेजेस का पूरा पता होता है। हालाँकि URL में डोमेन नाम भी शामिल होता है। क्योकि URL के माध्यम से ही वेबसाइट के किसी भी पेज का तक जाया जा सकता है। लेकिन डोमेन नाम की मदद से आप सीधे वेबसाइट में जाते हैं।
डोमेन नाम किसी को भी बताया जा सकता है। क्योंकि यह छोटा होता है इसलिए यह जल्दी याद हो जाता है। वहीं URL बड़ा और लम्बा होता है इसे याद रख पाना बहुत मुश्किल होता हैं। अगर वेबसाइट के किसी पेज को शेयर करना है तो हम उस पेज का URL शेयर करेंगे।
किस तरह का डोमेन खरीदें | Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai
एक अच्छा वेबसाइट बनाने के लिए आपको एक बेहतरीन डोमेन नेम खरीदना होगा ताकि वेबसाइट जल्द से जल्द गूगल पर रैंक कर सके और वेबसाइट का SEO भी मजबूत रहे। डोमेन नाम छोटा और सरल रखें ताकि किसी को भी नाम आसानी से याद हो सके।
और जिस प्रकार का कंटेंट वेबसाइट पर डालना चाहते हैं उसी से मिलता जुलता डोमेन नेम खरीदें। एक अच्छे और भरोसेमंद डोमेन रजिस्ट्रारवेबसाइट से ही डोमेन नेम खरीदें।
The Best Domain Registrars | Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai
आपको एक डोमेन नाम खरीदना होगा। इसलिए हमनें चुनिंदा Domain Registrars की लिस्ट तैयार की हैं। जिनके माध्यम से आप एक सर्वश्रेष्ठ डोमेन नाम कम कीमत में खरीद सकते हैं।
List of Domain Provider | Domain Kya Hai or Kaise Kaam Karta Hai
- GoDaddy.com
- Hostinger.com
- Namecheap.com
- Bluehost.in
- Hioxindia.com
- Domains.google