Ghar par Vishnu Bhagwan Ki Puja Kaise Kare | घर पर विष्णु भगवान का पूजा कैसे करें।

Ghar par Vishnu Bhagwan Ki Puja Kaise Kare

दरअसल आपको बता दूं कि विष्णु भगवान(Vishnu Bhagwan) की पूजा प्रत्येक गुरुवार के दिन की जाती है आपको बता दूं कि हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की पूजा अर्चना का विशेष महत्त्व है गुरुवार के दिन विधि के साथ भगवान श्रीहरि का पूजन किया जाता है तो वह प्रसन्न होकर अपने भक्तों को सारी इच्छा पूरी करते हैं।

सनातन संस्कृति में भगवान विष्णु(Vishnu Bhagwan) को जगत का पालनहार बताए गए हैं जिस प्रकार ब्रह्मदेव जीव को उत्पन्न करते हैं उसी प्रकार भगवान विष्णु जीव के पालन के लिए जिम्मेदार हैं धरती पर भगवान विष्णु के तमाम अवतार की चर्चा होती रहती है और ऐसा माना जाता है कि शिवसागर में विराजमान रहने वाले भगवान विष्णु की उचित विधि से पूजा करने से लोगों को हर मनोकामना पूरी होती है

संसार के सुख की कामना करने वाले भगवान विष्णु की सच्चे दिल से अगर पूजा करते हैं तो उनके सभी दुख दूर हो जाते हैं और उन्हें सुख की प्राप्ति होती है

मां लक्ष्मी के साथ ही करें भगवान विष्णु(Vishnu Bhagwan) की पूजा

जी हां आपको बता दूं कि भारतीय संस्कृति में यूं भी नारी के बिना पुरुष को अधूरा माना जाता है अगर भगवान भी यही संदेश देते हैं कि अगर आप अपने गिरी जीवन में सुख रहना चाहते हैं तो माता लक्ष्मी की आपको धन वैभव प्राप्त कर सकती है ऐसे में आप संपन्न पूजा के लिए भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की पूजा अवश्य करें दोनों को एक साथ में पूजा कर सकते हैं आप विधि विधान के द्वारा

आपको बता दूंगी हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की पूजा अर्चना का विशेष बताया गया बताया गया है कि कोई व्यक्ति अगर गुरुवार के दिन विधि विधान के साथ भगवान श्री हरि का पूजा करते हैं तो ऐसी कल्पना की जाती है कि वे भक्तों पर प्रसन्न हो जाते हैं और उनकी सभी इच्छाओं को पूरी करती हैं उनकी सभी कष्टों को दूर कर देते हैं कई हिस्सों के बारे में भी बताया कि गुरुवार के दिन विष्णु भगवान को समर्पित है।

मानता है कि भगवान विष्णु(Vishnu Bhagwan) की आराधना करने से मनुष्य के पिछले जन्म और इस जन्म दोनों के पाप से मुक्ति मिलती है और उसे पुन की फल प्राप्ति होती है गुरुवार के दिन अगर सही विधि से पूजन किया जाए तो पूजन विधि को ध्यान रखा जाए तो भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा होती है आइए हम आपको बताते हैं कि गुरुवार के दिन अगर आप पूजा करना चाहते हैं हमारे द्वारा दिए गए जानकारी को आप अपना सकते हैं हम आपको इसमें विष्णु भगवान के पूजन विधि के बारे में पूरी जानकारी देंगे हम आपको बताते हैं कृष्ण भगवान की पूजा किस प्रकार कर सकते हैं आप पूरे निष्ठा के साथ करें।

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भगवान विष्णु(Vishnu Bhagwan) की पूजन विधि।

दरअसल आपको बता दूं कि गुरुवार के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की कृपा पाने के लिए सूर्योदय से पहले उठें और स्नान-ध्यान के बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करें. इसके बाद उगते हुए सूर्य नारायण को हल्दी मिलाकर जल अर्पित करें. इसके बाद भगवान विष्णु को स्नान कराने के बाद उन्हें पीले रंग के वस्त्र पहनाएं. पूजा के दौरान उन्हें पीले रंग के फूल, पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं. भगवान विष्णु को हल्दी का तिलक लगाएं और अपने माथे पर भी लगाएं. इसके बाद तुलसी की माला या फिर चंदन की माला से भगवान विष्णु की कम से कम एक माला जाप करें।

भगवान विष्णु(Vishnu Bhagwan) के पूजन सामग्री की बात करें तो, देव मूर्ति को नहलाने के लिए तांबे का लोटा, तांबे के पात्र का ही जल कलश, देव मूर्ति को अर्पित किए जाने वाले वस्त्र -आभूषण चाहिए होते हैं। इसके साथ-साथ अक्षत, कुमकुम, तेल, रुई, दीपक, अष्टगंध एवं पुष्प के साथ तुलसीदल ,जनेऊ व तील का महत्व है। साथ ही नारियल, फल, मिठाई, पंचामृत, शक्कर, सूखे मेवे, पान के साथ-साथ दक्षिणा का भी विशेष महत्व माना जाता है।

जब भी आप किसी मनोकामना की पूर्ति के लिए भगवान विष्णु(Vishnu Bhagwan) का पूजन करते हैं, तो आप संकल्प अवश्य लें और यह विष्णु पूजन से पहले ही संकल्प लिया जाता है। इसके लिए दोनों हाथों में जल लेकर पुष्प और चावल उसमें डालें और जहां पर आप पूजन कर रहे हैं, उस जगह के नाम के साथ साथ साल, दिन और तारीख भी जरूर बोलें और अपनी मनोकामना बोलें, तत्पश्चात आप जल को भूमि पर छोड़ सकते हैं। इसे संकल्प कहा जाता है।

घर में कौन-कौन सा यज्ञ करना रहेगा लाभदायक

जहां तक विष्णु पूजन के विधि की बात है, तो सबसे पहले भगवान गणेश का नाम लेकर आप इनका पूजन शुरू कर सकते हैं। भगवान विष्णु के पूजन से पहले भी प्रथम पूज्य गणेश जी की पूजा आवश्यक माना जाता है। इसके लिए पहले गणेश जी को स्नान कराएं, वस्त्र अर्पित करें, तत्पश्चात पुष्प, अक्षत अर्पित करें, फिर उसके बाद ही भगवान विष्णु का पूजन शुरू करें।

विष्णु भगवान के पूजन के लिए सबसे पहले भगवान विष्णु का आवाहन करें, उन्हें आसन दें, स्नान कराएं, पंचामृत एवं जल से उन को शुद्ध करें। तत्पश्चात आप विष्णु जी को वस्त्र पहनाएं, फिर आभूषण व यज्ञोपवीत के साथ साथ फूलों की माला भी पहना सकते हैं। सुगंधित इत्र के साथ माथे पर तिलक अर्पित करें।

विष्णु भगवान के पूजन के लिए सबसे पहले भगवान विष्णु का आवाहन करें, उन्हें आसन दें, स्नान कराएं, पंचामृत एवं जल से उन को शुद्ध करें। तत्पश्चात आप विष्णु जी को वस्त्र पहनाएं, फिर आभूषण व यज्ञोपवीत के साथ साथ फूलों की माला भी पहना सकते हैं। सुगंधित इत्र के साथ माथे पर तिलक अर्पित करें।

ध्यान रखें कि तिलक में अष्टगंध का प्रयोग किया जाता है। तत्पश्चात धूप, दीप अर्पित करें।

तुलसीदल भगवान विष्णु(Vishnu Bhagwan) को अत्यंत प्रिय है, इसलिए इसका प्रयोग अवश्य करें, और ध्यान रखें भगवान विष्णु के पूजन में चावलों का प्रयोग सामान्यतः नहीं किया जाता है, तो इसकी जगह पर आप तिल का प्रयोग कर सकते हैं।

इसके बाद आप दीपक जलाएं, आरती करें, आरती के बाद नैवेद्य अर्पित करें और मंत्र का जाप करें – ॐ नमः नारायणाय

भगवान विष्णु(Vishnu Bhagwan) के पूजन के लिए शुभ दिन

अगर भगवान विष्णु(Vishnu Bhagwan) की शुभ दिन की बात करें तो गुरुवार का दिन भगवान विष्णु के पूजा के लिए सबसे अच्छा रहता है आप इस दिन मंदिर में चने दाल का केसर का भोग लगा सकते हैं लोगों को पुस्तक वितरण कर सकते हैं पुण्य की प्राप्ति के लिए मनोकामना को पूर्ण करने के लिए आप गरीबों में गुरुवार को खाना वितरित कर सकते हैं

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