Sangya Kise Kahate Hain संज्ञा के कितने भेद होते हैं
संज्ञा किसे कहते हैं
Sangya Kise Kahate Hain / Noun kise kahate hain / नमस्कार दोस्तों, हिंदी बाराखड़ी डॉट कॉम पे आपका स्वागत है। आज हम व्याकरण के बहुत ही महत्व के पॉइंट संज्ञा के बारेमे जानने जा रहे हैं।
संज्ञा किसे कहते हैं और संज्ञा के कितने भेद होते है। अपनी ही सरल भाषा में समझाने की कोशिश करेंगे।
संज्ञा को इंग्लिश में Noun कहते हैं। किसी भी भाषा में व्याकरण महत्व का हिस्सा होता है। और हमे व्याकरण को समजना बहुत जरुरी है। आज आप संज्ञा के बारेमे जानने वाले है। हर व्याकरण के पॉइंट की परिभाषा होती है ताकि हम आसानी से समज सकते है।
संज्ञा की परिभाषा : किसी भी व्यक्ति, प्राणी, स्थान या किसी भी वस्तु के नाम को संज्ञा कहते है। जैसे की महेसाणा, मनीष, बिल्ली आदि.
इन सब नामो के माध्यम से हमे कुछ ना कुछ बोध हो रहा है इसलिए यह सब संज्ञा है। जैसे की महेसाणा। अब महेशाना एक सहर का बोध होता है इसलिए यह भी एक संज्ञा हुई। समजे ?
एक चीज हमेशा याद रखे। की संज्ञा का प्रयोग किसी वस्तु, द्रव्य, स्थान या व्यक्ति के नाम को दर्शाता है। जब की उस चीज या व्यक्ति, स्थान को संज्ञा नहीं कहा जाता है। जब की जो उनका नाम दर्शाता है उसे ही संज्ञा कहते हैं। अब आप समज गए होंगे की संज्ञा किसे कहते हैं
संज्ञा के उदाहरण
- मुकेश भोजन कर रहा है। इसमें, मुकेश व्यक्ति का नाम है।
- आम मीठा होता है। इसमें आम फल का नाम का बोध होता है।
- बिल्ली भाग रही है। इसमें बिल्ली प्राणी का नाम का बोध होता है।
- अहमदाबाद सहर है। इस वाक्य में अहमदाबाद सहर का बोध होता है इसलिए यह संज्ञा हुई।
- विष्णु पढ़ाई कर रहा है। इस वाक्य में वष्णु लड़का है इसलिए लड़के के नाम का बोध होता है इसलिए यह भी संज्ञा हुई।
संज्ञा के कितने भेद होते हैं
चलो अब संज्ञा के भेद के बारे में जानते हैं। संज्ञा के भेद यानी प्रकार। तो संज्ञा के मुख्य तीन भेद होते है। और सब कुल मिलाके 5 भेद होते हैं।
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- जातिवाचक संज्ञा
- भाववाचक संज्ञा
व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं
ऐसे शब्द जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु आदि की पहचान करवाता है उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे की, दिव्या। यहां पे दिव्या एक लड़की हैं। और दिव्या उसका नाम हैं। तो दिव्या लड़की तो है, लेकिन उसकी पहचान उसके नाम से हैं। यह पे किसी व्यक्ति का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण
व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण जो व्यक्तिवाचक संख्या के आधार पर निचे मुजब हैं।
- श्याम: श्याम एक व्यक्ति का नाम है। श्याम नाम उस व्यक्ति की पहचान करवाता है। इस में किसी व्यक्ति वस्तु स्थान की जगह पर व्यक्ति का बोध होता है इसलिए यह व्यक्तिवाचक संज्ञा हैं।
- दिनेश: दिनेश किसी व्यक्ति का नाम है
- रिक्शा: रिक्क्षा एक एक से दूसरे स्थान पर जाने का साधन है लेकिन यह नाम को सूचित करता है इसलिए रिक्शा व्यक्तिवाचक संज्ञा है।
- जयपुर: जयपुर एक जिल्ला है इसलिए यह भी व्यक्तिवाचक संज्ञा है।
- मनीष: मनीष व्यक्ति नाम है।
- साक्षी : साक्षी लड़की का नाम है जो एक व्यक्ति हैं। इसमें व्यक्तिवाचक संज्ञा का बोध होता हैं।
- लैपटॉप – यहां पे लैपटॉप एक वस्तु का नाम है और व्यक्तिवाचक संज्ञा का बोध हो रहा है।
जातिवाचक Sangya Kise Kahate Hain
जो शब्द जाती की पहचान करवाता है उसे जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है। जैसे की नदी, पर्वत, पुरुष, स्त्री वगेरा
नदी एक जातिवाचक संज्ञा हैं। नदी कोई एक नाम नहीं हो कर जलस्त्रोत का एक प्रकार यानि जाति का बोध हो रहा है इसलिए यह जातिवाचक संज्ञा है। अब आप समज गए होंगे की जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं।
जातिवाचक संज्ञा के प्रकार निचे मुजब हैं।
जातिवाचक संज्ञा के दो प्रकार होते है।
- द्रव्यवाचक संज्ञा
- समूह वाचक संज्ञा
द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते है
द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा : ऐसी संज्ञा जिन में किसी द्रव्य, धातु, सामग्री या पदार्थ वगेरा की पहचान होती हो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है।
द्रव्य से आप समज ही गए होंगे। द्रव्य के बारे में तो आप जानते ही होंगे। जैसे की घी एक द्रव्य है। तो ऐसे द्रव्य का बोध होता है उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।
द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण
- मकई: एक अनाज है जिसका भोजन तैयार किया जाता है
- घी: घी एक प्रवाही द्रव्य है जिसका भोजन में उपयोग किया जाता है।
- सोना: सोना एक धातु पदार्थ है जिसका उपयोग आभूषण बनाने के लिए होता है। जो द्रव्यवाचक संज्ञा है।
- चावल: एक अनाज है जिसका भोजन तैयार होता है। यहां पे द्रव्य के आधार पर यह द्रव्यवाचक संज्ञा हैं।
- चांदी : चांदी एक धातु है जिसमे द्रव्य का बोध हो रहा है और जिसमे द्रव्य का बोध हो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।
ऊपर दिए गए उदाहरणों के आधार पर द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं आप जरूर समज गए होंगे।
समहुवाचक संज्ञा किसे कहते है
ऐसी संज्ञा जीसमे किसी एक व्यक्ति या पदार्थ की पहचान नहीं होती है लेकिन पुरे समूह की पहचान होती है ऐसी संज्ञा को समूहवाचक संज्ञा कहते है।
समूहवाचक संज्ञा के उदाहरण
- परिवार: परिवार में एक से ज्यादा सदस्य होते है इसलिए समूह के आधार पर संज्ञा समूहवाचक है।
- पुस्तकालय: पुस्तकालय में एक पुस्तक न होकर ज्यादा पुस्तकों का एक समूह है। इस लिए समूह के आधार पर संज्ञा समूहवाचक है।
- आर्मी: आर्मी में बहुत सैनिक होते है। आर्मी एक समूह शब्द है इसलिए यह समूहवाचक संज्ञा हैं।
- संगठन: किसी भी संगठन में एक से ज्यादा व्यक्ति का समूह होता है। किसी भी संगठन में एक से ज्यादा व्यक्ति का समूह होता है। संगठन समूह है इसलिए यह समूहवाचक संज्ञा है।
भाववाचक संज्ञा किसे कहते है
ऐसी संज्ञा जिसमे पदार्थ या व्यक्ति का गुण, धर्म, दोष, अवस्था वगेरा का पहचान करवाता है मतलब की भाव का बोध होता हो ऐसी संज्ञा को भाववाचक संज्ञा कहते है।
उदाहरण के लिए – मनीष की बातो में मिठास है। तो यहां पे मिठास एक भाव है इसलिए यह भाववाचक संज्ञा है।
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण
- युवानी: युवा व्यक्ति एक एक अवश्था
- वृद्धावस्था: एक अवस्था है
- मिठास: मिठास एक गुण है।
- क्रोध: एक भाव है।
- उदाश: यह भी एक भाव है।
- मोटापा: यह एक अवस्था है।
सारांश
संज्ञा व्याकरण का महत्व का मुद्दा है। आजकल स्पर्धात्मक परीक्षा में ज्यादातर व्याकरण के सवाल पूछे जाते है। इसलिए आपको हमेशा व्याकरण के साथ अपडेट रहना जरुरी है। मेने इस ब्लॉग में संज्ञा किसे कहते है और संज्ञा के कितने भेद होते है यह बड़े विस्तार से समझाया है। धन्यवाद
Sangya Kise Kahate Hain Aur Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain
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