Anaupcharik Patra Format Informal Letter Format In Hindi
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Anaupcharik Patra Format
Anaupcharik Patra Format : हिंदी बाराखड़ी डॉट कॉम पे आपका स्वागत है। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से अनौपचारिक पत्र लेखन के बारेमे जानने वाले हैं। इसको इग्लिश में इनफॉर्मल लेटर Informal Letter कहते हैं।
पत्र लेखन दो प्रकार के होते हैं. औपचारिक पत्र और अनौपचारिक पत्र। यहां पे आप अनौपचारिक पत्र के बारेमे जानने वाले है। औपचारिक पत्र और अनौपचारिक पत्र दोनों अलग अलग हैं।
कार्यालयों, स्कूल ऑफिस वगेरा में लिखे जाने वाले पत्र औपचारिक पत्र है।
अनौपचारिक पत्र क्या होता हैं
भाई, बहन, चाचा, दादा, मित्रों रिश्तेदारों, परिवार के सदस्यों और सगे-संबंधियों को लिखे जाने वाले पत्र को अनौपचारिक पत्र कहते हैं। इसको इग्लिश में इनफॉर्मल लेटर कहते हैं। Informal letter in hindi
Informal Letter Format In Hindi
नाम_____ पता____ दिनांक _ _ _ __ __ _ __ सम्बोधन___ (आदरणीय, पूजनीय) अभिवादन______ मुख्य विषय _____ ____ __ _ ___ ____ ___ ______ _ ____ ____ __ ___ __ __ _ _ __ _ __ __ ____ __ __ ___ _ पत्र लिखने वाले का नाम हस्ताक्षर |
- पता: सबसे ऊपर बाईं ओर पत्र भेजने वाले का नाम व पता लिखना होता है
- दिनांक: जिस दिन पत्र लिखा जा रहा है, उस दिन की तारीख नाम के निचे लिखनी होती है
- संबोधन: प्जिस व्यक्ति को पत्र लिखा जा रहा है उसके साथ संबंध के अनुसार संबोधन का प्रयोग किया जाता है। जैसे कि बड़ों के लिए पूजनीय, पूज्य, आदरणीय आदि के शब्दों का प्रयोग किया जाता है और छोटों के लिए प्रिय, प्रियवर, स्नेही वगेरा का प्रयोग किया जाता है।
- अभिवादन: जिस को पत्र लिखा जा रहा है उसके साथ संबंध के अनुसार अभिवादन को लिखना होता है जैसे कि सादर प्रणाम, चरण स्पर्श, नमस्ते, नमस्कार, मधुर प्यार वगेरा।
- मुख्य विषय: मुख्य विषय शुरुआत कुछ इस प्रकार होनी चाहिए- “मैं यहाँ कुशल हूँ, आशा करता हूँ कि आप भी वहाँ कुशल होंगे।” वगेरा। यह सब लिखने के बाद अपना मुख्य विषय लिख सकते है जिसके लिए आप पत्र लिख रहे है।
- सबसे लास्ट में नाम और हस्ताक्षर
अनौपचारिक पत्र के तीन भाग होते है
पहला भाग : प्रथम भाग पत्र के सबसे ऊपर बाई तरफ लिखा जाता है, जिसमे पत्र लिखने वाले का पता, तिथि वगेरा लिखा जाता हैं।
दूसरा भाग: दूसरा भाग पत्र का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है इसके अंदर पत्र लिखने का विषय मुख्य विषय और विचार विमर्श की बातें लिखी जाती है।
तीसरा भाग – यह अनौपचारिक पत्र का लास्ट भाग होता है इसमें पत्र लिखने वाले का नाम और हस्ताक्षर होते है।
अनौपचारिक पत्र के संबोधन के प्रकार
प्रिय: भाई, बहन, मित्र वगेरा
पूज्य: पिता जी, माता जी, गुरु जी वगेरा
आदरणीय: चाचा जी, मामा जी, भाई साहब, दीदी, भाभी जी वगेरा
श्रद्धेय: चाचा जी गुरुवर वगेरा
अभिवादन और समापन के प्रकार
संबंध | अभिवादन | समापन |
बड़ों को | प्रणाम, सादर प्रणाम, चरण स्पर्श | आज्ञाकारी, स्नेह-पात्र, कृपया-पात्र, स्नेहकाक्षी |
बराबर वालों को | सप्रेम, नमस्ते, नमस्कार | तुम्हारा हितेषी, अभिन्न, स्नेही, शुभाकाक्षी |
छोटो को | सुखी रहो, प्रसन्न रहो, शुभाशीर्वाद, शुभाशीष | तुम्हारा, शुभचिंतक, शुभाकाक्षी, शुभेच्छु |
अनौपचारिक पत्र के लिए महत्वपूर्ण
- इसमें व्यक्तिगत सुख:दुख और अनुभव का विवरण किया जाता हैं.
- यह पत्र प्रेम भाव और विचार विमर्श के लिए भी लिखा जाता है।
- इसमें तथ्यों के साथ साथ आत्मिक भावों को भी महत्व देना होता है।
- इसकी भाषा शैली अनौपचारिक होनी चाहिए।
अनौपचारिक पत्र के प्रकार
- शुभकामना पत्र
- बधाई पत्र
- निमंत्रण पत्र
- नाराजगी पत्र
- निवेदन पत्र
- संवेदना पत्र
- वर्णन संबंधी पत्र
- आभार-प्रदर्शन पत्र
- अनुमति पत्र
- सुझाव या सलाह पत्र
- क्षमायाचना
- आश्वासन संबंधी पत्र
अनौपचारिक पत्र के उदाहरण
Informal letter in hindi examples. यहां पे में आपको कुछ अनौपचारक पत्र पे आधारित उदाहरण देता हु जिससे आपको समझने में बहुत आसानी होगी।
उदाहरण 1 : मामा ने आपको भेजे हुए गिफ्ट (पुरस्कार) का धन्यवाद देते करते हुए पत्र लिखे
हार्दिक पंड्या शिवशक्ति चाल, मलाड दिनांक : 2 जनवरी 2022 आदरणीय मामाजी सादर प्रणाम आशा है आप सब लोग वहां पर कुशल मंगल से होंगे। मामाजी आज दोपहर ही आपका भेजा हुआ भेट उपहार मिला। जब मैंने उपहार में आपने मुझे मनपसंद लैपटॉप भेजा है ये देखते ही मेरी खुसी का ठिकाना नहीं रहा। मैं बहुत समय से अपने स्कूल के कार्य के लिए लैपटॉप लेने की सोच ही रहा था। लेकिन आपने वार्षिक परीक्षा में प्रथम आने पर मुझे यह उपहार दे दिया। मामाजी इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। आपको जब भी समय मिले, आप अवश्य हमारे घर आइए। मैं आपके आने की प्रतीक्षा करूंगा। उपहार के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। आपका प्रिय भांजा हार्दिक |
उदाहरण 2 – अपने मित्र के बड़े भाई की नौकरी लगने पे बधाई देता पत्र लिखे
नरेश पटेल सिवनगर सोसाइटी, अहमदाबाद दिनांक: 1 जनवरी 2022 प्रिय मुकेश सप्रेम नमस्ते! कैसे हो दोस्त? तुमने तो मुझे सूचित नहीं किया लेकिन तुम्हारे चाचा मेरे घर आए थे। उन्हें अहमदाबाद में काम था और मेरे घर रुके थे। उन्होंने मुझे बताया दी कि मुंबई की एक बड़ी कंपनी में तुम्हारे बड़े भाई सिद्धेश की नौकरी लग गई है। यह जानकर बहुत खुशी हुई। सिद्धेश भैया शुरू से ही परिश्रमी थे। उनकी नौकरी लग जाने के बाद अब तुम्हारे परिवार की आर्थिक स्थिति सुधर जायगी और तुम्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में कठिनाई नहीं होगी। सिद्धेश भैया को मेरी ओर से बधाइयाँ देना। अपने माता जी और पिताजी को मेरा प्रणाम कहना। तुम्हारा मित्र नरेश |
उदाहरण 3- गर्मी की छुट्टी पर अपने घर आने का निमंत्रण देते हुए अपनी सहेली को एक पत्र लिखें
मित्तल प्रजापति फ्लैट न- 2, नायक सोसाइटी दिनांक : 2 जनवरी 2022 प्रिय सखी शाक्षी आज बहुत दिनों बाद तुम्हारा पत्र मिला। तुम कुशल पूर्वक हो यह जानकर बड़ी खुशी हुई। साथ में यह भी मालूम हुआ कि अगले सप्ताह से तुम्हारी महीने की गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने वाली है। अगर तुम्हारा इन गर्मी की छुट्टीयों में कुछ और जरूरी प्रोग्राम ना हो तो, तुम मेरे घर आ जाओ। मुझे तुम्हारे आने से बहुत खुशी होगी। तुम्हें अच्छी जगहों पर घुमाने ले जाऊंगी। शाक्षी तुम पत्र मिलते ही मुझे पत्र का उत्तर देना और साथ में यह भी बताना कि तुम किस दिन आओगी। ताकि मैं तुम्हें लेने स्टेशन आ सकू। मैं तुम्हारे साथ समय बिताने के लिए काफी उत्साहित हूं। इसीलिए तुम अवश्य आना। तुम्हारी सखी मित्तल |
उदाहरण 4 – अपनी भूल के लिए क्षमा याचना करते हुए अपने पिताजी को पत्र लिखे
मयूर त्रिपाठी विजय नगर, मैसूर दिनांक: 3 जनवरी 2022 आदरणीय पिताजी, सादर चरण स्पर्श आज ही आपका पत्र प्राप्त हुआ, आपने प्रश्न किया है कि वार्षिक परीक्षा में मेरे इतने कम अंक आने का क्या कारण है परीक्षा उपयोगी कम वस्तु प्राप्त होने के कारण तथा गलत दोस्तों की संगति से मुझे कम अंक मिले हैं आपके पत्र ने मुझे सचेत कर दिया है। कृपया मेरी इस गलती के लिए मुझे क्षमा कीजिए आशा, आप मुझे क्षमा जरूर कर देंगे। मैं उन्हें आपको वचन देता हूं कि इस बार परीक्षा में अच्छे मार्क्स लाऊंगा। आपका आज्ञाकारी पुत्र मयूर त्रिपाठी |
उदाहरण 5- विद्यालय की फीस के लिए गाँव में रे रहे पिताजी कों पत्र लिखिए।
किरण प्रजापति शक्ति नगर, पालनपुर दिनांक- 5 जनवरी 2022 आदरणीय पिताजी, पिताजी जैसे कि आपको पता होगा मैं यहां पर अच्छी तरह से रह रहा हूं और मैं अपना ध्यान भी अच्छी तरह से रख रहा हु। आप और माँ कुशल मंगल होंगे. मां का ख्याल रखना। शिक्षकों ने इस साल की फीस भरने को कहा है। आप मुझे जल्दी से जल्दी मेरी विद्यालय की फीस भेज दीजिए. जिससे मैं परीक्षा देने के लिए बैठ सकता हूं अन्यथा मुझे विद्यालय वाले परीक्षा देने से मना कर सकते हैं। मैंने उनसे 1 महीने की मोहलत मांगी है तो अगर आप 1 महीने के अंदर मुझे मेरी विद्यालय की फीस भेज दीजिये। माँ को मेरा प्रणाम कहना। आपका आज्ञाकारी पुत्र किरण प्रजापति |
उदाहरण 6 परीक्षा में प्रथम नंबर आने पर मित्र को पत्र को अनौपचारिक पत्र लिखे।
संदीप महेता ५वी गली हरिपुर दिननक -15 जनवरी प्रिय मित्र नीलेश में तेरा सबसे प्रिय दोस्त संदीप। में गांव में कुशल मंगल हु। में आशा है कि तुम भी कुशल मंगल होगा। वार्षिक परीक्षा में तूने पप्रथम नंबर लाके बहुत ही गर्व का काम किया है। तेरे प्रथम आने की बहुत ख़ुशी है मुझे तो तुज को पत्र लिखकर व्यक्त कर रहा हु। प्रथम आने पर तुजे बोहत सारा अभिनन्दन। मुझे आशा है की आने वाली तमाम परीक्षा में प्रथम नंबर लाके अपने गांव का नाम ऊँचा करेगा। तेरा बड़ा भाई भी तेरे साथ रहता है मुझे मालूम है। अपने बड़े भाई को मेरी और से नमस्कार कहना। और मन लगाके पढाई करना। तेरा प्रिय दोस्त संदीप महेता |
उदाहरण 7 – गर्मी की छुट्टिओ में घूमने जाने का प्लान बनाने के लिए अपनी सहेली को अनौपचारिक पत्र लिखे।
मानसी प्रजापति रूम ना 5 दियोडर प्रिय सखी प्रिय में तेरी प्राथमिक स्कूल में साथ पढ़ने वाली सबसे अच्छी सहेली मानसी। में यहां भाभर में कुशल मंगल हु और तू भी वहा कुशल मंगल होगी। अपनी गर्मी की छुट्टिया कुछ दिनों बाद होने वाली है। हर बार ऐसे ही कही भी घूमे बिना ही अपनी छुट्टियों के दिन निकल जाते हैं तो इस बार मेने कुछ और प्लान बनाया है। में आशा करती हु की तू जरूर सहभागी बनेगी। आने वाली गर्मी की छुट्टिओ में पावागढ़ घूमने जाने का प्लान सबसे अच्छा रहेगा। पावागढ़ में बहुत बड़ा काली माता का मंदिर है जिसके दर्शन करने का लाभ हमे मिलेगा। मुझे मालूम है की मेरा यह प्लान तुजे बहुत पसंद आया होगा। इन छुट्टिओ में हमे बोहत मजे करने के लिए मिलेंगे। अगर तेरी हा है तो मुझे जवाब जरूर देना। तेरी प्रिय सखी मानसी |
उदाहरण 8 – अपने मामा का अकस्मात् हुआ है तो पत्र के माध्यम से अपना दुःख व्यक्त करे। या अपने मामा का अकस्मात होने पर दुख व्यक्त करता अनौपचारिक पत्र लिखे।
सुरेश राणा शिव नगर दिनांक – 12/2/2022 आदरणीय मामाजी में आपका भांजा। यहां पे कुशल मंगल हु। आपके अकस्मात के समाचार सुनके मुझसे रहा न गया इसलिए आपको पत्र लिख रहा हु। आप तो ड्राइविंग में मास्टर है फिर भी आपकी थोड़ी सी चूक की वजह से अकस्मात हो गया। मामाजी मेरी माँ आपकी बोहत चिंता कर रही है। जैसे ही आपके अकस्मात का समाचार मिले वो रोने लगी थी। में और माँ दोनों आपको 5 दिन बाद मिलने आयंगे। आप अपना ख्याल रखना। और आप जल्दी ठीक हो जाय ऐसी में भगवान् से प्रार्थना करता हु। मेरी मामी को मेरा प्रणाम कहना। और छोटे भाई को मेरा ढेर सारा प्यार आपका प्रिय भांजा सुरेश |
उदाहरण 9 – स्कूल की फीस मांगने हेतु अपनी माताजी को अनौपचारिक पत्र लिखे।
शिव पंड्या सरस्वती विद्यामंदिर पालनपुर दिनांक- 15 आदरणीय माताजी (माँ) माँ की चरणों में सदर प्रणाम। माँ में स्कूल में कुशल मंगल हु। में आशा करता हु की तू भी घर पे बिलकुल ठीक होगी। और बहन गांव में अच्छे से पढाई कर रही होगी। माँ स्कूल में फीस जमा करने का समय आ गया है। फरवरी के पहली तारीख को फीस जमा करवाने का अनाउंसमेंट स्कूल से किया गया है। इसलिए मुझे स्कूल फीस की राशि अगले महीने तक जरूर भेज देना। मेरी छोटी बहन को मेरा प्यार देना। तेरा आज्ञाकारी पुत्र शिव |
उदाहरण 10 – अपने बड़े भाई के विवाह में अपने मित्र को आमंत्रित करते हुए अनौपचारिक पत्र लिखिए।
मनीष पटेल महत्मा मार्ग महेसाणा दिनांक : 15 फरवरी 2022 प्रिय दोस्त तनिश मधुर स्नेह। आशा है तुम स्वस्थ एवं प्रसन्न होंगे और अपने स्कूल की पढ़ाई में अच्छे से कर रहे होंगे। दोस्त तनिश मैं आज तुम्हें एक विशेष प्रयोजन से यह पत्र लिख रहा हूं। दरअसल मेरे बड़े भाई की शादी 20 फरवरी 2022 को होनी निश्चित हुई है। शादी का कार्यक्रम दो दिवसीय है। अतः आप सपरिवार मेरे बड़े भाई की शादी में आमंत्रित करता हु। मैं आशा करता हूं कि तुम अपने परिवार के साथ मेरे बड़े भाई की शादी में सम्मिलित होने अवश्य पधरोगे। हम अपने अन्य दोस्तों के साथ मिलकर खूब मौज मस्ती करेंगे। इसीलिए तुम शादी में अवश्य आना। मुझे तुम्हारा इंतजार रहेगा। तुम्हारा दोस्त मनीष |
अनौपचारिक पत्र लिखने के टिप्स
- अनौपचारिक पत्र लिखते समय सम्बोधन करना न भूले
- अनौपचारिक पत्र लिखते समय सुन्दर और समज सके वैसे अक्षर में लिखें।
- अनौपचारिक पत्र हमेशा सगे सबंधीयो और दोस्तों को लिखा जाता हैं।
- अनौपचारिक पत्र का फॉर्मेट हमेशा अच्छा रखे।
- अनौपचारिक पत्र हमेशा कम से कम तीन पैराग्राफ में जरूर लिखे।
सारांश
तो दोस्तों अनौपचारिक पत्र क्या होता हैं अनौपचारिक पत्र का फॉर्मेट कैसा होता है वह सब मेने यहाँ उदाहरणों के साथ समझाया है। बहुत आसान है अपने सगे सबंधीयो को लिखने वाले पत्रों को अनौपचारिक पत्र कहा जाता है। में आशा करता हु की यह पोस्ट आपको बहुत हेल्पफुल रही होगी। Informal letter format in hindi आप अच्छे से समज गए होंगे।
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