व्यवसायों के लिए बिजली दरें |
बिजली की उपलब्धता और दर व्यवसायों के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय हैं। भारत में, व्यवसाय ग्राहकों को मुख्य रूप से निम्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है:-
- घरेलू व्यवसाय ग्राहक
- वाणिज्यिक व्यवसाय ग्राहक
- औद्योगिक व्यवसाय ग्राहक
- कृषि व्यवसाय ग्राहक
प्रत्येक श्रेणी के लिए बिजली की दरें भिन्न होती हैं।
घरेलू व्यवसाय ग्राहक:
- ये छोटे व्यवसाय है जैसे कि दुकानें, रेस्टोरेंट्स, क्लीनिक आदि
- सस्ती घरेलू दर पर बिजली का लाभ उठा सकते हैं
वाणिज्यिक व्यवसाय ग्राहक:
- मझोले आकार के कार्यालय, होटल, शॉपिंग सेंटर आदि
- घरेलू दरों से थोड़ा अधिक शुल्क
औद्योगिक व्यवसाय ग्राहक:
- बड़े पैमाने पर उत्पादन करने वाली कंपनियां
- उच्च बिजली खपत के कारण उच्च दरें
- बिजली मांग के आधार पर रियायत
कृषि व्यवसाय ग्राहक:
- कृषि पंप सेट और कोल्ड स्टोरेज के लिए
- सरकार द्वारा सब्सिडी प्राप्त करने के पात्र
- कम दरों का लाभ उठा सकते हैं
इस प्रकार, व्यवसायों को बिजली की आपूर्ति और दरों को लेकर जागरूक रहना चाहिए और अपनी श्रेणी के अनुरूप सबसे अच्छा लाभ प्राप्त करना चाहिए।
Also Read: ऑनलाइन सामाजिक कार्य डिग्री:- मौजूद डिग्रियाँ, पेशेवर, डिजिटल क्षेत्र में परिवर्तित |
दिल्ली में 200 यूनिट बिजली खर्च होने पर लगने वाले बिजली बिल पर सामग्री:
दिल्ली में बिजली के लिए दरें दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (DERC) द्वारा निर्धारित की जाती हैं। 200 यूनिट बिजली के उपभोग पर लगने वाले बिल की गणना निम्न मापदंडों के आधार पर की जा सकती है:-
1. 200 यूनिट का खर्च = 200 यूनिट
2. फिक्स्ड चार्ज = रु 50 (0-200 यूनिट के लिए)
3. एनर्जी चार्ज = 200 x @रु 7 प्रति यूनिट
= 200 x 7 = रु 1400
4. वसूली और मीटर रीडिंग शुल्क = रु 70
कुल बिल = फिक्स्ड चार्ज + एनर्जी चार्ज + अन्य शुल्क
= 50 + 1400 + 70
= रु 1520/-
अतः 200 यूनिट बिजली का उपभोग करने पर दिल्ली में कुल लगने वाला बिजली का बिल लगभग रु 1520 आएगा। यह घरेलू उपभोक्ताओं के लिए है।
व्यावसायिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए दरें अलग होंगी। वे इस बिल से कुछ अधिक देना होगा। यह एक अनुमानित कैलकुलेशन है और वास्तविक बिल में अंतर हो सकता है।
दिल्ली में बिजली सब्सिडी पर नियम इस प्रकार हैं:
- दिल्ली सरकार घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति माह 200 यूनिट तक की बिजली पर सब्सिडी देती है।
- 200 यूनिट से अधिक खपत पर कोई सब्सिडी नहीं मिलती।
- 200 यूनिट तक का बिल फिक्स्ड चार्ज और एनर्जी चार्ज पर ही आता है। कोई फ्यूल सरचार्ज नहीं लगता।
- फिक्स्ड चार्ज में 200 यूनिट के लिए ₹50 और एनर्जी चार्ज ₹7 प्रति यूनिट है।
- 200 यूनिट से ऊपर की खपत पर ₹8 प्रति यूनिट का फ्यूल सरचार्ज लगता है।
- बिजली सब्सिडी केवल घरेलू उपभोक्ताओं के लिए है, वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए नहीं।
- सब्सिडी पर कोई आय सीमा नहीं है, सभी घरेलू उपभोक्ता इसके लिए पात्र हैं।
इस प्रकार दिल्ली में सरकार घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली सब्सिडी प्रदान करके आर्थिक राहत देने का प्रयास कर रही है।
व्यावसायिक बिजली दरों के लिए सही तरीके से खरीदारी करने के लिए निम्न सुझाव का पालन करें:-
- अपने व्यवसाय की पिछली बिजली खपत और भविष्य की जरूरतों का विश्लेषण करें। इससे आपको अपनी बिजली खरीदने की रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी।
- अलग-अलग बिजली प्रदाताओं की दरों और प्लानों की तुलना करें। न केवल दरें बल्कि अन्य शर्तें भी देखें।
- क्या उच्च मात्रा खरीदारी पर कोई छूट मिल सकती है? क्या ऊंचे वोल्टेज पर रियायत मिल सकती है?
- जितना संभव हो उतने ऊर्जा दक्ष उपकरणों का उपयोग करें, जो बिजली की खपत कम करेंगे।
- पीक आवर्स से बचना, टाइमर और सेंसर का उपयोग करना आदि बिजली खपत को कम कर सकते हैं।
- बिलिंग प्रक्रिया और गणना स्पष्ट होनी चाहिए। बिना किसी छिपे शुल्क के सही बिल मिलना चाहिए।
इन सभी कदमों से व्यवसायिक बिजली दरों पर सबसे अच्छी डील हासिल करने में मदद मिलेगी।
व्यवसाय के प्रकार के आधार पर बिजली दरें
भारत में विभिन्न प्रकार के व्यवसायों के लिए बिजली की अलग-अलग दरें तय की गई हैं। मुख्य व्यवसाय श्रेणियाँ और उनकी बिजली दरें इस प्रकार हैं:-
- घरेलू व्यवसाय – छोटी दुकानें, रेस्टोरेंट, क्लीनिक आदि। घरेलू दरों पर बिजली।
- वाणिज्यिक व्यवसाय – मझोले कार्यालय, होटल, शॉपिंग सेंटर आदि। थोड़ी अधिक दरें।
- औद्योगिक व्यवसाय – बड़े पैमाने के उत्पादन। उच्च खपत के कारण उच्च दरें।
- संस्थागत व्यवसाय – शिक्षण संस्थान, अस्पताल, सरकारी कार्यालय आदि। सब्सिडी दरें।
- कृषि व्यवसाय – कृषि पंप, कोल्ड स्टोरेज आदि। सरकार द्वारा सब्सिडी।
- स्टार्टअप व्यवसाय – नए और छोटे उद्यम। प्रारंभिक छूट।
इस प्रकार व्यवसाय के प्रकार के आधार पर बिजली बिल घटता या बढ़ता है। व्यवसायों को अपनी श्रेणी के अनुरूप सबसे किफायती दर चुननी चाहिए।
घर और व्यवसाय की बिजली दरें अलग-अलग क्यों होता हैं?
घर और व्यवसाय की बिजली की दरों में अंतर होने के पीछे कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित है:-
- उपभोग की मात्रा में अंतर – आमतौर पर व्यवसायिक परिसरों में बिजली की खपत घरेलू उपभोग से कहीं अधिक होती है।
- उपभोग का समय – व्यवसायों की बिजली की मांग पूरे दिन रहती है जबकि घरों में केवल कुछ घंटों की ज्यादा मांग होती है।
- लोड का प्रकार – व्यवसायिक लोड में मोटर, मशीनरी आदि शामिल होते हैं जो अधिक बिजली खींचते हैं।
- वोल्टेज – व्यवसायों को अक्सर उच्च वोल्टेज की आपूर्ति की जाती है।
- सब्सिडी – घरेलू उपभोक्ताओं को सरकार द्वारा सब्सिडी मिलती है जबकि व्यवसायों को नहीं।
- कर का भुगतान – व्यवसायिक उपभोग पर अधिक कर लगाया जाता है।
इसलिए व्यवसायों को उनके उपभोग के हिसाब से अधिक दर चुकानी पड़ती है।
वाणिज्यिक और औद्योगिक दरों के लिए खरीदारी कैसे करें?
वाणिज्यिक और औद्योगिक बिजली दरों के लिए सही तरीके से खरीदारी करने के लिए निम्न बिंदुओं पर ध्यान देना चाहिए:
- बिजली की खपत का विश्लेषण करें। पिछले रिकॉर्ड और भविष्य के पूर्वानुमान का अध्ययन करें।
- ऊँचे वोल्टेज पर स्थानांतरण पर विचार करें। उच्च वोल्टेज पर अक्सर छूट मिलती है।
- शिफ्ट ड्यूटी का विकल्प चुनें। गैर-पीक घंटों में उपभोग सस्ता पड़ेगा।
- मांग पर आधारित बिलिंग – कम मांग वाले महीनों के लिए अलग दर।
- ऊर्जा दक्ष उपकरणों का प्रयोग करें और बिजली बचत पर ध्यान दें।
- विभिन्न प्रदाताओं की दरों और प्लान की तुलना करें।
- एक से अधिक कनेक्शन लेकर भार को विभाजित करने पर विचार करें।
- उच्च खपत पर मात्रा छूट और अन्य प्रोत्साहन प्राप्त करें।
इन बिंदुओं का ध्यान रखकर सबसे अच्छी और किफायती वाणिज्यिक और औद्योगिक बिजली दरें प्राप्त की जा सकती हैं।
वाणिज्यिक बिजली प्रति किलोवाट कितनी है?
व्यवसायों के लिए बिजली दरें उपरोक्त उल्लिखित कारकों के आधार पर भिन्न होती हैं। यहां चुनिंदा राज्यों में प्रति किलोवाट हाल की व्यावसायिक बिजली दरें दी गई हैं:-
राज्य | वाणिज्यिक दरें | औद्योगिक दरें |
---|---|---|
कनेक्टिकट | 16.81¢/किलोवाट | 11.3¢/kWh |
इलिनोइस | 9.6¢/किलोवाट | 6.95¢/kWh |
न्यूयॉर्क | 15.85¢/किलोवाट | 7.39¢/kWh |
ओहियो | 9.78¢/किलोवाट | 6.18¢/किलोवाट |
पेंसिल्वेनिया | 8.64¢/किलोवाट | 6.08¢/किलोवाट |
टेक्सास | 10.5¢/kWh | 6.18¢/किलोवाट |
अमेरिका का औसत | 10.99¢/kWh | 6.77¢/kWh |
Read More: व्यवसायों के लिए बिजली दरें, 200 यूनिट का खर्च, सब्सिडी पर नियम, वाणिज्यिक और औद्योगिक की दरें |